नई दिल्ली: कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्यॉरिटी ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का नया पद बनाने को मंजूरी दे दी है। जल्द ही देश को पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) मिलेगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति का मकसद भारत के सामने आने वाली सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाना है। मोदी सरकार आज एक और क्रांतिकारी फैसला लेने वाली है। मंगलवार को गृहमंत्रालय पर एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में NSA अजित डोभाल भी मौजूद थे। डोभाल ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की ज़िम्मेदारियों पर एक रिपोर्ट तैयार की थी जिसमें कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी ने मंज़ूर कर लिया है। आर्मी चीफ बिपिन रावत सीडीएस की रेस में सबसे आगे हैं।
केंद्र सरकार ने हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था। इस समिति ने तीनों सेनाओं से कमांडर-इन-चीफ रैंक के अधिकारियों के नाम मंगवाए थे।
बता दें, इस साल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से सीडीएस का पद सृजित करने का ऐलान किया था। सीडीएस का काम तीनों सेनाओं के बीच समवन्य बनाना होगा। बताया जा रहा है कि सीडीएस सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को रिपोर्ट करेंगे और सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट की कमेटी में वह सैन्य बलों की ओर से सिंगल विंडो से सलाह देंगे।