नई दिल्ली। भारत में CAA लागू किए जाने से खुश पाकिस्तान से आए शरणार्थी पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताने के लिए भाजपा मुख्यालय पहुंचे हैं। ये शरणार्थी राजधानी दिल्ली और हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में रहते हैं। आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का उद्देश्य उन छह अल्पसंख्यक समुदायों- हिंदुओं, पारसियों, सिखों, बौद्धों, जैनियों और ईसाइयों को नागरिकता प्रदान करना है, जो मुस्लिम बहुल देश अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न का सामना करते हुए 31 दिसंबर, 2014 या उससे पहले भारत आए थे।
सीएए को लेकर पूरे देश में चर्चा का दौर छिड़ा हुआ है। कई विपक्षी दल लगातार इस कानून का विरोध कर रहे हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी सीएए के पक्ष में पूरे देश में रैलियां आयोजित कर रही है। दिल्ली के शाहीन बाग में लंब समय से महिलाए और बच्चे संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को वापस लेने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नागरिकता कानून का पालन राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) द्वारा किया जाएगा। इससे अल्पसंख्यकों में डर है कि यह कानून सरकार द्वारा उन मुसलमानों को निष्कासित करने के लिए बनाया गया है, जिनके पास पर्याप्त नागरिकता दस्तावेज नहीं हैं।