नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में यात्रियों को गुरुवार को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा क्योंकि संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शनों को देखते हुए विभिन्न इलाकों में 20 मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया। सबसे व्यस्त मेट्रो स्टेशनों में एक राजीव चौक करीब दो घंटों तक बंद रहा।
नोएडा से आईटीओ जा रहीं एक आईटी पेशेवर आरजू गुप्ता ने कहा कि आज उनके लिए अपने गंतव्य तक पहुंचना लगभग असंभव है। उन्होंने कहा, “जब मैं मंडी हाउस पहुंची, मुझसे कहा गया कि ये बंद है। फिर मैं जनपथ मेट्रो गई। वह भी बंद था। आखिरकार जब मैं राजीव चौक पहुंची, यहां भी आने जाने के दरवाजे बंद थे। मैं करीब दो घंटे तक जूझने के बाद अपने ऑफिस पहुंची। मैंने दिल्ली में कभी भी ऐसा नहीं देखा।”
कई यात्रियों ने शिकायत की कि ऑटो रिक्शाचालकों ने सामान्य किराए के मुकाबले दोगुना किराया वसूल किया और यहां तक कि कैब वालों ने भी किराया बढ़ा दिया।
संशोधित नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर दिन में दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने 20 मेट्रो स्टेशनों के आने जाने के दरवाजे बंद कर दिए थे। इन मेट्रो स्टेशनों में दिल्ली गेट शामिल था। हालांकि, बाद में बंद किए गए मेट्रो स्टेशनों में से डीएमआरसी ने शाम को जामिया मिल्लिया इस्लामिया तथा जसोला विहार शाहीन बाग को छोड़कर बाकी सभी स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार खोल दिए।