नई दिल्ली। कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सोमवार को राजघाट पर धरना शुरू कर दिया है। इस धरने में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और प्रियंका गांधी भी शामिल हुई हैं। राजघाट पर इस धरने के दौरान सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ी।
राहुल गांधी ने कहा कि हमारे दुश्मन जो नहीं कर सके, वह अब नरेन्द्र मोदी हमारी तरक्की रोकने के लिए कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश को बताना चाहिए कि वह छात्रों की आवाज क्यों दबा रहे है और उन्हें नौकरी क्यों नहीं मिल रही है। आपको सिखाया गया है कि कैसे देश को तोड़ना है और नफरत फैलानी है, आप उसमें नंबर एक हैं। आप रोजगार दे नहीं सके और अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया, यही कारण है कि आप नफरत के पीछे छिप रहे हैं। देश आपको संविधान पर हमला नहीं करने देगा, ‘भारत माता’ की आवाज नहीं दबाने देगा।
धरने के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने-अपने राज्यों में सीएए लागू नहीं करने की बात कही। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि वह और उनकी पार्टी के लोग नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलन में ‘शहीद’ हुए लोगों के नाम पर संकल्प लेते हैं कि वे संविधान की रक्षा करेंगे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर कांग्रेस की ओर से आयोजित ‘सत्याग्रह’ में प्रियंका ने संविधान की प्रस्तावना हिंदी में पढ़ी। प्रस्तावना पढ़ने से पहले उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शन के दौरान मारे गए उत्तर प्रदेश के दो युवकों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘ बिजनौर का 22 साल का अनस कॉफी की मशीन चलाकर परिवार चलाता था। हाल में उसकी शादी हुई थी। 21 वर्षीय सुलेमान यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। उसकी मां ने कल मुझसे कहा कि मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ है। जो लोग इस आंदोलन में शहीद हुए हैं उन सबके नाम हम संकल्प लें कि हम संविधान को नष्ट नहीं होने देंगे और इसकी रक्षा करेंगे।’’