नोएडा/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश में पुलिस ने गाजियाबाद और नोएडा में उन सीमाओं पर सुरक्षा और गश्त बढ़ा दी है जो दिल्ली से लगती हैं। दिल्ली में पिछले दो दिनों के दौरान संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हुई हिंसा में 11 व्यक्तियों की मौत हो गई है। यह जानकारी अधिकारियों ने मंगलवार को दी। नोएडा पुलिस ने कहा कि वह ‘‘हाई अलर्ट’’ पर है और जिले में धारा 144 लागू है जो एक स्थान पर चार या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगाती है। इसके साथ ही पीएसी कर्मियों को बड़ी संख्या में लगाया गया है।
नोएडा पुलिस ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा, ‘‘दिल्ली सीमा के पास के क्षेत्रों में स्थित शराब की दुकानों को बंद कर दिया गया है और व्यापक जांच की जा रही है।’’ इसी तरह के कदम गाजियाबाद में उठाये जा रहे हैं जहां पुलिस ने लोनी सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है जो कि उत्तर पूर्वी दिल्ली से नजदीक है। गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने पीटीआई से कहा, ‘‘लोनी जैसी सीमाई क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था सक्रिय है, जहां गश्त भी बढ़ा दी गई है। गुप्तचर इकाई को भी सक्रिय किया गया है।’’
उत्तरपूर्वी दिल्ली में मंगलवार को नए सिरे से हिंसा भड़क गई जिसमें छह व्यक्तियों की मौत हो गई। संशोधित नागरिकता कानून को लेकर सांप्रदायिक झड़प में मृतक संख्या बढ़कर 11 हो गई है। भीड़ गलियों में बेरोकटोक घूम रही थी। भीड़ में शामिल लोगों ने दुकानों को आग लगा दी, पथराव किया और स्थानीय लोगों को धमका रहे थे। 200 से अधिक व्यक्ति घायल हुए हैं।
गाजियाबाद गोकलपुरी से मात्र डेढ़ किलोमीटर दूर है। साथ ही यमुना विहार, मुस्तफाबाद, भजनपुरा और मौजपुर एवं जाफराबाद भी नजदीक हैं, जहां रविवार रात में हिंसा भड़की थी। नोएडा जोन एक के पुलिस उपायुक्त संकल्प शर्मा ने पीटीआई से कहा, ‘‘सीमाई क्षेत्रों में बलों की एहतियाती तैनाती बढ़ा दी गई है और दिल्ली से लगते क्षेत्रों में वाहनों की जांच और गश्त की जा रही है।’’ शर्मा ने कहा, ‘‘वरिष्ठ अधिकारी भी क्षेत्र में हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं, वहीं गुप्तचर इकाई को राष्ट्रीय राजधानी में हुई हिंसा के मद्देनजर सक्रिय कर दिया गया है।’’ नोएडा उत्तरपूर्वी दिल्ली से सीमा साझा नहीं करता लेकिन यह दक्षिण पूर्वी दिल्ली के शाहीनबाग से नजदीक है जो सीएए विरोधी प्रदर्शन का मुख्य केंद्र रहा है।