नई दिल्ली: बिहार के बक्सर जिला के जिलाधिकारी (डीएम) मुकेश पांडे ने गुरुवार की रात सुसाइड कर ली। उनका शव गाजियाबाद स्टेशन से एक किलोमीटर दूर कोटगांव के पास रेलवे ट्रैक पर विक्षिप्त हालत में मिला। जीआरपी ने ट्रैक से डीएम के शव मिलने की ख़बर जब गाजियाबाद पुलिस को दी तो हड़कंप मच गया। तमाम बड़े अफसरों के साथ पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। ये भी पढ़ें: 12000 करोड़ की रेमंड के मालिक विजयपत सिंघानिया पाई-पाई को मोहताज
आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि उन्होंने अपने फोन से एक मैसेज किसी को भेजा है, जिसमें लिखा है कि मैं पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी इलाके में मॉल की 10वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर रहा हूं। मैं अपनी ज़िंदगी से तंग आ चुका हूं और इंसान के अस्तित्व पर से मेरा विश्वास उठ गया है। मेरा सुसाइड नोट लीला पैलेस होटल के रूम नंबर 742 में एक बैग में रखा है। मैं माफी चाहता हूं, सभी को मेरा प्यार, प्लीज मुझे माफ कर देना...
मुकेश दिल्ली के होटल लीला पैलेस में ठहरे हुए थे। उनकी जेब से एक पर्स और सुसाइड नोट मिला है जिसमें मुकेश ने अपनी मर्जी से खुदकुशी की बात लिखी है। सुसाइड नोट में लिखा है, मैं बिहार कैडर में 2012 बैच का IAS मुकेश पांडेय हूं। फिलहाल मैं बिहार के बक्सर में बतौर DM तैनात हूं। मैं अपनी मर्जी से खुदकुशी कर रहा हूं और मेरी मौत के बाद प्लीज मेरे रिश्तेदारों को मेरी खुदकुशी की जानकारी दे दें। मैं दिल्ली के लीला पैलेस होटल के कमरा नंबर 742 में ठहरा हूं। विस्तृत सुसाइड नोट मेरे बैग में पड़ा है...
दरअसल, मुकेश पहले दिल्ली के जनकपुरी के होटल की 10वीं मंजिल पर खुदकुशी करने पहुंचे थे। यहीं से मुकेश ने अपने फोन से किसी जानकार को एक व्हाट्सएप मैसेज भेजा था जिसमें मुकेश ने खुदकुशी के लिए जाने की बात लिखी थी।
मैसेज मिलते ही हड़कंप मच गया। सबसे पहले इसकी सूचना दिल्ली पुलिस को दी गई। दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची भी, लेकिन मुकेश वहां नहीं मिले। उधर, व्हाट्सएप मैसेज मिलने के बाद मुकेश का परिवार भी परेशान था। किसी बुरी ख़बर के अंदेशा में दिल्ली में ही रह रही मुकेश की पत्नी और ससुर होटल पहुंचे लेकिन वहां पहुंचते ही उनका अंदेशा सही साबित हुआ। रात करीब पौने नौ बजे उन्हें गाजियाबाद में रेलवे ट्रैक से मुकेश का शव बरामद होने की ख़बर मिली।
मुकेश पांडे एक हफ्ते पहले ही बक्सर के डीएम बने थे। बतौर डीएम ये उनकी पहली तैनाती थी। इससे पहले वो बेगूसराय के बलिया अनुमंडल में एसडीएम और कटिहार में डीडीसी के पद पर काम कर चुके थे लेकिन एक हफ्ते में ही ऐसा क्या हुआ कि आईएएस मुकेश को खुदकुशी करनी पड़ी या मुकेश की खुदकुशी की कोई और वजह थी।
मुकेश पांडेय बिहार कैडर के 2012 बैच के आईएएस थे। IAS बनने के बाद उनकी शादी पटना के एक बड़े कारोबारी घराने में हुई थी। मुकेश के ससुर राकेश कुमार सिंह पटना के जानेमाने कारोबारी हैं। पटना में उनकी मारुति की ऑटोमोबाइल एजेंसी है। पारिवारिक सूत्रों की मानें तो मुकेश अपनी वैवाहिक जिंदगी से खुश नहीं थे। शादी के कुछ ही वर्षों में दोनों के रिश्तों में बहुत खटास आ गई थी।