इंदौर: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश के इंदौर में दो अधिकारियों द्वारा कांग्रेस नेताओं से घुटने टेककर बात किए जाने को जायज ठहराते हुए कहा कि "नौकरशाही को इसी तरह घुटने टेककर रखना चाहिए।" विजयवर्गीय ने रविवार को घुटना टेक मामले को लेकर सवाल पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, "मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि लोगों ने इसे इतनी गंभीरता से (सीरियसली) क्यों लिया। नौकरशाही को तो इसी तरह घुटने टेककर रखना चाहिए, इसमें कौन सी बड़ी बात है। इसमें आपत्ति उठाने वाली क्या बात है।"
दरअसल, शनिवार को राजवाड़ा पर देवी अहिल्या बाई की प्रतिमा के समक्ष पूर्व मंत्री व विधायक जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला व विशाल पटेल धरने पर बैठे थे। उनकी मांग थी कि पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए, क्योंकि गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन के मौके पर शुक्रवार को कमला नेहरू नगर में राशन वितरित किया था। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया था।
धरने पर बैठे कांग्रेस नेताओं से बातचीत करने पहुंचे एसडीएम राकेश शर्मा और सीएसपी डी.के. तिवारी ने जमीन पर बैठे कांग्रेस नेताओं से बातचीत घुटनों के बल बैठकर की। उनसे धरना खत्म करने की अपील की। इस वाकये की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई और उसके बाद दोनों अफसरों का तबादला कर दिया गया।