नयी दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2018-19 के आम बजट में कुछ उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव किया है जिससे बड़ी संख्या में इम्पोर्टेड उत्पादों मसलन मोबाइल हैंडसेट, कारें और मोटरसाइकिलें, फ्रूट जूस, परफ्यूम तथा जूते-चप्पल आदि अब महंगे हो जाएंगे। वहीं आयातित अप्रसंस्कृत काजू, सौर टेंपर्ड शीशे और कॉक्लीअर इम्प्लांट का कच्चा माल और एक्सेसरीज सस्ती होंगी। बजट में इन उत्पादों पर आयात शुल्क घटाने का प्रस्ताव किया गया है।
ये चीजें हो जाएंगी महंगी
कारें और मोटरसाइिकल, मोबाइल फोन, चांदी, सोना, सब्जियां, फलों का जूस, सोया प्रोटीन को छोड़कर अन्य फूड तैयार करने का अन्य सामान, सनस्क्रीन, सनटैन, मैनीक्यूर, पेडिक्यूर का सामान, डेंचर फिक्सेटिव पेस्ट और पाउडर, डेंटल फ्लॉस, शेविंग से पहले और बाद इस्तेमाल किए जाने वाली प्रसाधन सामग्रियां, डियोडोरेंट, स्नान का सामान, परफ्यूम वाले स्केंट स्प्र और इसी तरह के अन्य टायलेट स्प्रे, टूक और बसों के रेडियल टायर
इनके अलावा ये चीजें भी हो जाएंगी महंगी
रेशमी कपड़े, जूते चप्पल, रंगीन रत्न, हीरे, कृत्रिम आभूषण, स्मार्ट घड़ियां-वियरएबल उपकरण, फर्नीचर, गद्दे, लैंप, हाथ और पॉकेट घड़ियां, ट्राइसाइकिल, स्कूटर, पेडल कार, पहिये वाले खिलौने, गुड़िया सभी प्रकार के पजल, आउटडोर खेलों, स्वीमिंग पूल में इस्तेमाल होने वाले उपकरण, पैडिलंग पूल्स, सिगरेट और अन्य लाइटर, मोमबत्तियां, पतंग, खाद्य-वनस्पाति तेल मसलन जैतून और मूंगफली तेल
ये चीजें हो जाएंगी सस्ती
कच्चा काजू, सौर पैनल-माड्यूल्स विनिर्माण में काम आने वाले सौर टेंपर्ड ग्लास, कॉक्लीअर इम्प्लांट में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल या एक्सेसरीज, चुनिंदा पूंजीगत या इलेक्ट्रानिक्स सामान मसलन बॉल स्क्रू तथा लीनियर मोशन गाइड आदि।