अटारी: सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने शनिवार को छह पाकिस्तानी युवकों को पाकिस्तान रेंजर्स को सौंप दिया जो पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास ‘‘अनजाने में’’ भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे। BSF ने कहा कि घटना को लेकर पाकिस्तान रेंजर्स से विरोध दर्ज कराया गया और युवकों को शाम साढ़े पांच बजे वापस भेज दिया गया।
BSF के गश्ती दल ने शुक्रवार की शाम पांच बजे अमृतसर के पुल मोरान सीमा चौकी के नजदीक खैबर-पतख्तूनख्वा के रहने वाले 14 से 25 वर्ष के आयु वाले इन छह युवकों को पकड़ा था। बल ने बयान में बताया, ‘‘पूछताछ के दौरान यह पता चला कि वे अनजाने में भारतीय क्षेत्र में चले आए थे। उनसे कुछ भी आपत्तिजनक चीज बरामद नहीं हुई।’’
सीमा सुरक्षा बल ने कहा कि युवक ‘‘अनजाने में सीमा पार कर चले आए थे’’, इसलिए ‘‘मानवीय आधार’’ पर उन्हें पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंपने का निर्णय किया गया। इससे पहले सीमा सुरक्षा बल, स्थानीय पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने युवकों से पूछताछ की।
बता दें कि सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने शुक्रवार को पंजाब में भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर के पास से 6 पाकिस्तानी लड़कों को हिरासत में लिया था। सूत्रों ने बताया था कि पंजाब के इलाके में इंटरनेशनल बॉर्डर के पास 6 पाकिस्तानी लड़के मिले, जिन्हें BSF ने हिरासत में ले लिया।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की सीमा से भारत में दाखिल हुए 14 साल के लड़के अली हैदर को शुक्रवार को वापस पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) स्थिति उसके घर भेजा गया था। अली हैदर का घर POK के बांडी आबासपुर में है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने भी भारत के एक लड़के को वापस भेजा था।
दरअसल, पुंछ के क़स्बा गांव से 25 दिसम्बर को 15 साल का मोहम्मद शब्बीर LoC क्रॉस कर PoK चला गया था, जिसे शुक्रवार को पाकिस्तान की तरफ से वापस पुंछ भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार, शबीर को पाकिस्तान प्रशसन ने चक्का दा भाग से वापस पुंछ भेजा।
(इनपुट- भाषा और इंडिया टीवी)