जम्मू। गणतंत्र दिवस के पहले सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर एक महत्वपूर्ण सुरंग का पता लगाया है, जिसका इस्तेमाल आतंकवादियों द्वारा किए जाने का शक है। इसकी जानकारी अधिकारियों ने दी। बीएसएफ ने कहा, "विशिष्ट खुफिया सूचना के आधार पर, बीएसएफ की टुकड़ियों ने पानसर, जम्मू के इलाके में एक सुरंग-रोधी अभियान के दौरान आज (शनिवार) को 150 मीटर लंबी और 30 फीट गहरी सुरंग का पता लगाया।" पिछली सुरंग की तरह ये सुरंग भी पाकिस्तान के शंक्करगढ़ इलाके से निकाली गई, जो जैश मिलिटेंट्स का बड़ा लॉन्चिंग पैड है।
बीएसएफ द्वारा सांबा, हीरानगर और कठुआ क्षेत्र में पिछले छह महीनों में पता लगाई जाने वाली चौथी और जम्मू क्षेत्र में 10वीं सुरंग है। सुरंगों का पता लगाने के साथ बीएसएफ के जवानों ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने के लिए पाकिस्तान के डिजाइन को नाकाम कर दिया। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान सीमावर्ती गांवों में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में नियमित रूप से सूचनाएं मिलती रही हैं, लेकिन भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने वाले बीएसएफ के जवानों ने इन प्रयासों को नाकाम कर दिया है।
पाकिस्तान की हरकतों पर नजर
जम्मू क्षेत्र की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा परिदृश्य के मद्देनजर, बीएसएफ ने पाकिस्तान की ओर से विभिन्न खतरों के आकलन के बाद कई इनिसिएटिव लिए। इस प्रक्रिया में, अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ, बीएसएफ द्वारा नियमित रूप से सुरंग रोधी अभ्यास किया जाता है। इस सुरंग का निर्माण पाकिस्तानी खुफिया विभाग ने आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ कराने के लिए किया था। BSF द्वारा द्वारा 10 दिनों के अंदर यह दूसरी सुरंग का पता लगाया गया है। बीएसएफ लगातार पाकिस्तान की हरकतों पर नजर रख रहा है। सेना लगातार आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर रही है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान सुरंगें खोदने के लिए पेशेवर इंजीनियरों की मदद ले रहा है लेकिन भारतीय सेना पाक की हर नापाक कोशिश का मुंहतोड़ जवाब दे रही है।