नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने जब से बीएस 3 वाहनों पर प्रतिबंध लगाया है तब से आम खरीददारों की बल्ले-बल्ले हो गई है क्योंकि इस आदेश के बाद से दोपहिया वाहन बाजार में डिस्काउंट की बहार आ गई है। डीलरों के अनुसार- बीएस 3 वाहनों पर प्रतिबंध से कुल आठ लाख गाड़ियां प्रभावित हुई हैं। इसमें 6।71 लाख दो पहिया वाहन हैं। यही कारण है कि कंपनियां ‘भारी भरकम’ छूट देकर ज्यादा से ज्यादा वाहनों को निकालना चाहती हैं।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश बुधवार को आने के बाद से ही ऑटो कंपनियों ने बीएस 3 मानक वाले वाहनों को भारी छूट पर बेचना शुरू कर दिया था। गुरुवार को कंपनियां इस मामले में ज्यादा आक्रामक होकर सामने आई। होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) ने इसकी शुरुआत बीएस-3 स्कूटर व मोटरसाइकिल पर 10000 रुपये तक की छूट से की। बाद में इस छूट राशि को बढ़ाकर 22000 रुपये कर दिया गया। कंपनियों ने कहा कि पेशकश भंडार रहने या 31 मार्च तक के लिए है।
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होंडा मोटरसाइकिल का कहना है कि वह एक्टिवा 3जी, ड्रीम युग, सीबी शाइन व सीडी 110 डीएक्स पर 22000 रुपये तक की कैशबेक पेशकश कर रही है। वहीं हीरो मोटोकार्प ने बीएस-3 दोपहिया वाहनों पर 12,500 रुपये तक की छूट की पेशकश की है। डीलरों के अनुसार-कंपनी स्कूटर पर 12,500 रुपये, प्रीमियम बाइक पर 7500 रुपये व शुरुआती स्तर की मोटरसाइकिल पर 5000 रुपये की छूट की पेशकश कर रही है। कंपनी डुएट, माएस्ट्रो एज, ग्लेमर व स्पलैंडर से वाहनों पर छूट दे रही है। वहीं सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया भी लेट्स स्कूटर, जिक्सर बाइक पर छूट दे रही है।
कार कंपनियों पर भी सुप्रीम कोर्ट का आदेश लागू होगा लेकिन ज्यादातर कार कंपनियां पहले से ही बीएस 4 मानक वाले वाहन बना रही हैं इसलिए उनके पास बीएस 3 वाहनों की संख्या काफी सीमित है। सूत्र बताते हैं जिन कंपनियों के पास कुछ वाहन बचे भी हैं वे उन्हें या तो अपने कर्मचारियों को दे रही हैं अथवा कारखानों के भीतर के आवागमन में इस्तेमाल के लिए रख रही हैं। बताया जा रहा है कि देश भर में बीएस 3 मानक वाली कारों की संख्या 60 हजार के आसपास है। हालांकि यह केवल कुछ निर्माताओं तक ही सीमित है।
वहीं राजस्थान में जहां लगभग 350 डीलर हैं, कोर्ट के आदेश के बाद सकते में हैं। राजस्थान मोटर एसोसिएशन के सचिव साई गिरधर ने कहा कि कंपनियां दोपहिया वाहनों और चार पहिया वाहनों पर भारी छूट दे रही हैं, जहां दोपहिया वाहनों पर 15,000 से 20,000 रुपये तक की छट दे रही है तो वहीं चार पहिया वाहनों पर 50,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक की भारी छूट दे रही हैं।"