नई दिल्ली: पूर्व भारतीय वायुसेना अध्यक्ष बीएस धनोआ ने पाकिस्तानी सांसद सरदार अयाज सादिक द्वारा किए गए खुलासे पर प्रतिक्रिया दी है। बीएस धनोआ ने कहा, "मैंने अभिनन्दन के पिता से कहा था कि हम उसे अवश्य वापस लाएँगे। वह (पाकिस्तानी सांसद सरदार अयाज सादिक) ऐसा इसीलिए कह रहे हैं क्योंकि हमारी सेना आक्रामक मुद्रा में थी। हम उनके (पाकिस्तान) अग्रिम ब्रिगेड को मिटाने की स्थिति में थे। वह हमारी क्षमता को जानते हैं।"
पाकिस्तान के बड़े नेता सरदार अयाज सादिक ने वहां की संसद में खुलासा किया कि अभिनंदन को भारत को सौंपने से पहले पाकिस्तानी सरकार में हड़कंप मचा हुआ था। अभिनंदन को छोड़ जाने से पहले एक मीटिंग में पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के पैर कांप रहे थे और उनके माथे पर पसीना था। सादिक ने बताया कि मीटिंग में शाह महमूद कुरैशी ने भारती के संभावित हमले से डरकर अभिनन्दन को लौटाने की बात कही थी।
पाकिस्तानी सांसद सरदार अयाज सादिक ने कहा, "मझे याद है शाह महमूद कुरैशी साहब उस मीटिंग में थे जिसमें आने से वजीर-ए-आलम ने इंकार कर दिया, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ तशरीफ लाए। पैर कांप रहे थे, पसीने माथे पर थे और हमसे शाह महमूद साहब ने कहा, फॉरेन मिनिस्टर साहब ने, कि खुदा का वास्ता अब इसको वापस जाने दें, क्योंकि 9 बजे रात को हिंदुस्तान पाकिस्तान पर अटैक कर रहा है।"
गौरतलब है कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद अगले दिन भारत में घुसने की कोशिश कर रहे पाकिस्तानी विमानों को भारतीय वायुसेना ने न सिर्फ धूल चटाई थी बल्कि भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन ने पाकिस्तान के एयर स्पेस में घुसकर पाकिस्तान के F-16 को मार गिराया था, हालांकि इस दौरान उनका विमान भी दुर्घटनाग्रस्ट हो गया था जिस वजह से वो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पैराशूट की मदद से उतरे थे।
वहां उतरते ही उन्हें पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार कर लिया था लेकिन भारत सरकार के दबाव में पाकिस्तान को उन्हें कुछ ही घंटों के अंदर भारत वापस भेजना पड़ा। इसी को लेकर सरदार अयाज सादिक ने पाकिस्तान की संसद में बड़ा खुलासा किया। पाकिस्तानी नेता के इस खुलासे के बाद से पाकिस्तान में भी हड़कंप मच गया है। सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी लोग जमकर चर्चा कर रहे हैं।
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत ने पिछले साल 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में एक आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला बोला था। भारत में किए गए इस आतंकी हमले में कुल 40 सैनिक शहीद हुए थे। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने 14 फरवरी को किए गए हमले की जिम्मेदारी ली थी।