नई दिल्ली। कोरोना संकट काल में शरीर में ऑक्सीजन लेवल मेंटेन रखने के लिए लोग घरों में तमाम तरह के नुस्खे आजमा रहे हैं। देश में एक ओर जहां ऑक्सीमीटर्स की कालाबाजारी हो रही है। वहीं दूसरी ओर लोग ऑक्सीजन की कमी के चलते लोगों की मौत की खबरें भी सामने आ रही हैं। कोविड-19 (Covid-19) की दूसरी लहर में शरीर के फेफड़ों पर सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है जिसके कारण गंभीर मामलों में शरीर में ऑक्सीजन लेवल गिर जाता है। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण देश में ऑक्सीजन सिलेंडर की भारी कमी देखी जा रही है। कई मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है जिससे उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ रही है।
जानिए क्या ऐसे घर पर की जा सकती है ऑक्सीजन लेवल की जांच
दरअसल, एक मैसेज में दावा किया जा रहा है कि यदि आप बिना किसी असुविधा के 10 सेकंड के लिए अपनी सांस रोक सकते हैं, तो आप कोरोनो वायरस के संक्रमण से मुक्त हो सकते हैं। ए और बी दो बिंदुओ के बीच सांस रोकने के लिए कहा जा रहा है। मैसेज में लिखा है कि यदि आप बिंदु के अनुसार ए से बी तक सांस रोक लेते हो तो आप कोरोना से मुक्त हो सकते हो। वायरल मैसेज में फेफड़ो का चित्र बनाकर कहा जा रहा है कि सांस लीजिए फिर ए बिंदु आने पर सांस रोके लीजिए और प्वाइंटर ए बिंदु पर आने के बाद धीरे-धीरे चलने लगता है इसके बाद बी बिंदु पर सांस छोड़नी है। इस तरीके के जरिए फेफड़ों और ऑक्सीजन लेवल को जांच करने के लिए बताया जा रहा है।
जानिए क्या है सच्चाई
फर्जी खबर यानी फेक न्यूज से निपटने की कोशिश के तहत पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने केंद्र सरकार के मंत्रालयों, विभागों और योजनाओं के बारे में खबरों का सत्यापन करने के लिए एक ‘तथ्य जांच इकाई’ गठित की है। केंद्र सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की फैक्ट चेक यूनिट ने इस वायरल मैसेज को लेकर सच्चाई सामने ला दी है। पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने ट्वीट कर बताया कि यह दावा फर्जी है। सांस रोककर, ऑक्सिजन लेवल चेक करके COVID19 की जांच नहीं की जा सकती है।
आप भी किसी जानकारी का कराएं फैक्ट चेक
अगर आपको भी कोई ऐसी कोई जानकारी मिलती है तो आप उसे पीआईबी के पास फैक्ट चेक के लिए https://factcheck.pib.gov.in अथवा वॉट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः pibfactcheck@gmail.com पर भेज सकते हैं। यह जानकारी पीआईबी की वेबसाइट https://pib.gov.in पर भी उपलब्ध है।