बीजापुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा की सीमा पर सुरक्षा बलों पर हुए नक्सली अटैक में 22 जवान शहीद हो गए हैं। इसकी जानकारी बीजापुर के एसपी कमलोचन कश्यप ने दी। CRPF सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने सुरक्षाबलों से 2 दर्जन से ज्यादा हथियार लूट लिए हैं। इस मुठभेंड़ में अभी तक 9 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के 31 जवान घायल भी हुए हैं। इनमें से 24 जवानों को बीजापुर में और 7 को रायपुर में भर्ती करवाया गया है।
बता दें कि शनिवार को बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर जगरगुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के पास सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच शनिवार को हुई मुठभेड़ करीब पांच घंटे तक चली। इस मुठभेड़ में पहले पांच जवानों के शहीद होने की बात कही जा रही थी औऱ 18 जवान लपता बताए जा रहे थे, लेकिन आज सुबह शुरू हुए सर्च ऑपरेशन के बाद शहीद जवानों की संख्या बढ़कर 22 हो गई। आज जंगल में 17 जवानों के शव बरामद हुए हैं। अभी सर्च ऑपरेशन जारी है।
रविवार को छत्तीसगढ़ राज्य के नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस उप महानिरीक्षक ओपी पाल ने शनिवार को बताया था कि शुक्रवार रात बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कोबरा बटालियन, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। इस अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और पामेड़ तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम के लगभग दो हजार जवान शामिल थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया था कि शनिवार दोपहर लगभग 12 बजे जोनागुड़ा गांव के पास नक्सलियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन और तर्रेम के सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ के दौरान 31 जवान घायल हुए हैं। घायल जवानों में से सात जवानों को रायपुर के अस्पताल में तथा 23 जवानों को बीजापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया था कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है।