Sunday, November 03, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. चीन बॉर्डर पर भारत ने तैनात की बोफोर्स तोपें, हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार सेना

चीन बॉर्डर पर भारत ने तैनात की बोफोर्स तोपें, हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार सेना

मंगलवार को सेना की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने कहा था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश सेक्टर के सामने अपनी तरफ अंदरूनी इलाकों में तैनाती और सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया है तथा भारत ने क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी हर प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए इसी के अनुसार योजनाएं तैयार की हैं।

Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: October 20, 2021 20:47 IST
चीन बॉर्डर पर भारत ने तैनात की बोफोर्स तोपें, हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार सेना- India TV Hindi
Image Source : ANI चीन बॉर्डर पर भारत ने तैनात की बोफोर्स तोपें, हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार सेना

नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है, जो बीते साल 15 जून की रात को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों देशों के बीच हुई सैन्य झड़प के बाद और ज्यादा बढ़ गया। दोनों देशों के बीच कई दौर की कोर कमांडर स्तर की बैठक के बाद भी अभी तक स्थिति पूरी तरह से सामान्य नहीं हो पाई है। चीन लगातार LAC के करीब अपना जमावड़ा बढ़ाता जा रहा है। भारत ने भी इससे निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास एक अग्रिम क्षेत्र में बोफोर्स तोपों को तैनात किया है।

बोफोर्स की L-70 तोपें तैनात की गईं

गोले बरसाने की अपनी क्षमता को बढ़ाते हुए भारतीय थल सेना ने अरूणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर ऊंचे पर्वतों पर अच्छी खासी संख्या में उन्नत एल-70 विमान रोधी तोपें तैनात की हैं। वहां सेना की एम-777 होवित्जर और स्वीडिश बोफोर्स तोपें पहले से तैनात हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। सैन्य अधिकारियों ने कहा कि उन्नत एल-70 तोप समूचे एलएसी पर अन्य कई प्रमुख संवेदनशील मोर्चें के अतिरिक्त अरूणाचल प्रदेश में कई प्रमुख स्थानों पर करीब दो-तीन महीने पहले तैनात की गई थी और उनकी तैनाती से सेना के गोले बरसाने की क्षमता काफ बढ़ी है। 

हर मौसम में टारगेट को खत्म कर सकती है L-70 तोप

आर्मी एयर डिफेंस की कैप्टन एस अब्बासी ने कहा, ‘‘ये तोपें सभी मानवरहित वायु यान, मानवरहित लड़ाकू यान, हमलावर हैलीकॉप्टर और आधुनिक विमान को गिरा सकती हैं। ये तोपें सभी मौसम में काम कर सकती हैं। इनमें दिन-रात काम करने वाले टीवी कैमरे, एक थर्मल इमेजिंग कैमरा और एक लेजर रेंज फाइंडर भी लगे हुए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘तोप के गोला दागने की सटीकता बढ़ाने के लिए एक मजल वेलोसिटी रेडार भी लगाया गया है।’’

'भारत की तैयारी ‘अत्यंत उच्च स्तर’ की है'

इससे पहले मंगलवार को सेना की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने कहा था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश सेक्टर के सामने अपनी तरफ अंदरूनी इलाकों में तैनाती और सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया है तथा भारत ने क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी हर प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए इसी के अनुसार योजनाएं तैयार की हैं। कमांडर ने यह भी कहा कि किसी भी आकस्मिक स्थिति का जवाब देने के लिए भारत की तैयारी ‘अत्यंत उच्च स्तर’ की है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास अवसंरचना विकास की कोशिश कर रहे हैं और इससे कई बार मुद्दे उत्पन्न होते हैं।

'LAC के पास गांव बसा रहा चीन'

अधिकारी ने कहा था, ‘क्योंकि एलएसी के पास बुनियादी ढांचा खड़ा हो गया है, इसलिए सीमा पर सैनिकों की संख्या में थोड़ी वृद्धि हुई है।’ उन्होंने कहा था कि चीन का सैन्य अभ्यास उसकी रक्षा इकाइयों के बीच संयुक्त अभ्यास हैं जो एकीकृत दृष्टिकोण से किए जाते हैं और वहां अभ्यासों में वृद्धि हुई है। पूर्वी कमान के कमांडर ने कहा कि सीमा पर चीन की तरफ कुछ क्षेत्रों में नए गांव स्थापित किए गए हैं और भारत ने अपनी अभियानगत रणनीति में इसका संज्ञान लिया है क्योंकि आवासों को सैन्य उद्देश्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

'पूरी तरह अभियान संचालन में माउंटेन स्ट्राइक कोर’

पूर्वी क्षेत्र में 1,300 किलोमीटर से अधिक लंबी एलएसी पर भारतीय सेना की अभियानगत तैयारियों को देख रहे कमांडर ने यह भी कहा था कि उसकी माउंटेन स्ट्राइक कोर अब पूरी तरह अभियान संचालन में है और इसने अन्य इकाइयों के साथ प्रामाणिक और एकीकृत प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उन्होंने कहा था, ‘इसकी सभी इकाइयों, लड़ाकू इकाइयों, युद्ध सहायता और साजो-सामान इकाइयां पूरी तरह से सुसज्जित हैं।’ लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने भारत के समग्र सैन्य आधुनिकीकरण की जानकारी देते हुए बताया था कि एकीकृत युद्ध समूह (IBG) नामक नई लड़ाकू संरचनाओं को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है और ये इकाइयां अधिक प्रभावी दृष्टिकोण के साथ तेजी से कार्य करने में समक्ष हैं।

‘विभिन्न संभावित आकस्मिक स्थितियों से निपटने का अभ्यास जारी’

लेफ्टिनेंट जरनल पांडे ने कहा कि नए बुनियादी ढांचों के विकास के बाद से बलों की तैनाती में बढ़ोतरी हुई है। कमांडर ने बताया कि भारत ने कई कदम उठाए हैं और उनमें से सबसे अहम कदम रणनीतिक स्तर से लेकर सामरिक स्तर तक सभी निगरानी संसाधनों के तालमेल के जरिए वास्तविक नियंत्रण रेखा और अंदरूनी इलाकों के पास निगरानी गतिविधियां बढ़ाना है। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास पर्याप्त बल हैं जो हर प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए हर क्षेत्र में उपलब्ध हैं। हम विभिन्न संभावित आकस्मिक स्थितियों से निपटने का अभ्यास कर रहे हैं।’

चीन द्वारा प्रोटोकॉल के उल्लंघट पर भी बोले लेफ्टिनेंट जनरल पांडे

चीन और भूटान के बीच दशकों पुराने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए हाल में किए गए समझौते और उससे डोकलाम ट्राई-जंक्शन के आसपास के क्षेत्रों में भारत के रणनीतिक हितों पर संभावित प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर सैन्य कमांडर ने सीधा जवाब नहीं दिया, लेकिन कहा कि सरकार के संबंधित प्राधिकारियों ने इसका संज्ञान लिया है। चीन द्वारा विभिन्न सीमा समझौतों और प्रोटोकॉल का उल्लंघन किए जाने के विषय पर उन्होंने कहा कि इस मामले पर उच्चतम स्तर पर वार्ता चल रही है।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement