नई दिल्ली: केंद्रीय भूतल परिवहन और जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि पूरा भरोसा है कि उनकी पार्टी लोकसभा की 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी और नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने आगे कहा, 'मैं रेस में नहीं हूं।' यहां इंडिया टीवी के दिनभर चले कॉन्क्लेव चुनाव मंच में गडकरी ने कहा, 'मोदी सरकार ने पांच वर्षों में जो कर दिखाया वह पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारें 50 वर्षों में नहीं कर पाईं। हम लोग इसबार सकारात्मक वोटों से जीतेंगे और हमारी पार्टी बीजेपी 300 से ज्यादा सीटें जीतकर मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनाएगी।'
यह पूछे जाने पर कि यदि बीजेपी 220 सीटों से कम जीतती है तो कौन प्रधानमंत्री बनेगा, गडकरी ने कहा; 'मैं इफ्स और बट्स का जवाब नहीं दे सकता लेकिन केवल इतना कह सकता हूं कि क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी हो सकता है। कृपया इस वाक्य का सही अर्थ समझें। हालात चाहे जो कुछ भी हो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन जाएंगे। मैं 100 प्रतिशत कह रहा हूं, हमें बहुमत मिलेगा और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री होंगे। मैं प्रधानमंत्री की रेस में नहीं हूं।'
एंटी सैटेलाइट (एएसएटी) मिसाइल का काम यूपीए के शासनकाल में शुरू करने के कांग्रेस नेताओं के बयान पर नितिन गडकरी ने निशाना साधा, उन्होने कहा:'हमारे वैज्ञानिकों ने इसमें सफलता पाई (मिसाइल टेस्ट करके)। उनकी सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। हमारी सरकार ने इस टेस्ट की इजाजत दी और हमारे वैज्ञानिकों ने इसे सफलता पूर्वक अंजाम दिया। अब वे कह रहे हैं हमने इसे शुरू किया था। अगर ऐसा था तो पिछले 60 वर्षों में उन्होंने इसे क्यों नहीं किया था?'
बीजेपी द्वारा एलके आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और शांता कुमार जैसे दिग्गज नेताओं को इस चुनाव में टिकट नहीं देने के सवाल पर गडकरी ने कहा, 'आडवाणी जी और जोशी जी दोनों हमारे रोल मॉडल हैं, वे हमारे आइकॉन और मार्गदर्शक हैं। वे हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। यह समय का तकाजा है कि उम्र ज्यादा होने की वजह से उन्हें रिटायर होना पड़ेगा। आडवाणी जी 93 वर्ष के हैं और यह नए लोगों को कमान सौंपने का समय है। इसे अपमान नहीं समझा जाना चाहिए।'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने नागपुर में दसॉल्ट के सहयोग से स्थापित की जा रही अनिल अंबानी की फैक्ट्री का उद्घाटन किया था। 'मैं नागपुर को भारत का एविएशन मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाना चाहता हूं। दसॉल्ट केवल जेट फाइटर्स का ही निर्माण नहीं करती बल्कि यह कंपनी फॉल्कर 11-सीटर विमानों का भी निर्माण करती है। ये विमान नागपुर में बनेंगे। टाटा समूह की टीएएल पहले से ही बोईंग और एयरबस की 1100 एविएशन पार्ट्स का निर्माण कर रही है।'
बीजेपी की टिकट पर नागपुर लोकसभा सीट से एकबार फिर चुनाव लड़ रहे गडकरी ने दावा किया कि वे अपने संसदीय क्षेत्र के लिए 70 हजार करोड़ की परियोजनाएं लाने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा, 'हम नागपुर में ब्रॉड गेज मेट्रो बना रहे हैं, जबकि दिल्ली में स्टैंडर्ड गेज मेट्रो है। मॉल्स और खूबसूरत स्टेशन 65 फीसदी सौर उर्जा से बनाए जा रहे हैं।'
भूतल परिवहन मंत्री ने कहा, 'पिछले पांच वर्षों में भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं है। केवल मेरे मंत्रालय ने 17 लाख करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट दिया, इनमें से 11 लाख करोड़ के कॉन्ट्रैक्ट केवल सड़कों के लिए दिए गए, 5 लाख करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट शिपिंग के लिए और 1 लाख करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट जल से जुड़ी परियोजनाओं के लिए दिए गए। हम एक पारदर्शी, भ्रष्टाचार मुक्त, समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निर्माण की एक नीति लेकर आए।'
'मैं उत्तर प्रदेश में इसबार चुनाव प्रचार के लिए जा रहा हूं, इस दौरान मैं वाराणसी से प्रयागराज एयर बोट से जाऊंगा। रूस में निर्मित यह एयर बोट मुंबई पहुंच चुका है। इसका इस्तेमाल हवा और जल दोनों में किया जा सकता है।'
गडकरी ने कहा, 'अगले महीने तक दिल्ली-मेरठ 13 लेन एक्सप्रेस-वे का काम पूरा हो जाएगा और इस दूरी को तय करने का समय साढ़े चार घंटे से घटकर 45 मिनट रह जाएगा। इसी तरह दिल्ली और मुंबई के बीच नेशनल हाईवे का काम शुरू हो चुका है। यह हाइवे मध्य प्रदेश और गुजरात के आदिवासी इलाकों से होकर गुजरेगा। इस हाइवे से यात्रा का समय घटकर 12 घंटे रह जाएगा। हमने बड़े पैमाने पर जमीन अधिग्रहण किया है और इसे भविष्य में बुलेट ट्रेन की परियोजनाओं में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी खुलासा किया कि दिल्ली से आगरा होते हुए प्रयागराज तक यमुना वाटर-वे बनाने के लिए 12 हजार करोड़ की डीपीआर तैयार कर ली गई है। 'गुजरात के कांडला पोर्ट से राजस्थान के जैसलमेर तक 1000 किमी. लंबी नहर बनाने की एक और महत्वकांक्षी परियोजना तैयार की गई है। यह नहर बाढ़ के अतिरिक्त पानी को अरब सागर में जाने से रोकेगी और पानी को राजस्थान ले जाया जाएगा जहां पीने और सिंचाई के लिए इसका उपयोग किया जाएगा। मुझे अफसोस है कि मैं अपने कार्यकाल में इस योजना को पूरा नहीं कर पाया।'