चंडीगढ़: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किसी भी कीमत पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लागू करने की धमकी पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को कहा कि भाजपा को इस तरह के जिद की भारी कीमत चुकानी होगी। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि एक चुनी हुई सरकार जो जनता की आवाज को सुनने या नाराजगी पर प्रतिक्रिया देने से इनकार करती है, वह भरोसा खो देती है और उसका पतन हो जाता है।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर भाजपा का रुख खतरनाक रूप से फासिस्ट दृष्टिकोण का आभास देता है, जो उसके पतन का कारण बनेगा। अमरिंदर सिंह ने कहा कि जहां तक उनकी सरकार की बात है, तो 'किसी भी तरह से पंजाब में इस विभाजनकारी कानून के क्रियान्वयन की इजाजत नहीं दी जाएगी।' उन्होंने कहा, "आप हमें इसके लिए (सीएए लागू करने के लिए) बाध्य नहीं कर सकते।"
उन्होंने दोहराया कि न तो वह और न ही कांग्रेस दूसरे देशों, में सताए गए अल्पसंख्यकों जैसे पाकिस्तान में सिखों को नागरिकता देने के खिलाफ है, लेकिन हम सीएए में कुछ धार्मिक संप्रदायों के साथ भेदभाव के पूरी तरह से खिलाफ हैं, जिसमें मुस्लिम शामिल हैं।