औरंगाबाद(महाराष्ट्र)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को ‘‘निशाना बनाने’’ की इसकी ‘‘आदत’’ है। महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस के साथ सत्ता में साझेदारी कर रही राकांपा के नेताओं ने प्रदेश भाजपा के एक प्रस्ताव पारित करने के एक दिन बाद यह टिप्पणी की।
प्रदेश भाजपा ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह और पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाझे से जुड़े मामलों के सिलसिले में राज्य के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और परिवहन मंत्री अनिल परब के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग करते हुए यह प्रस्ताव पारित किया था। राकांपा नेताओं का बयान ऐसे दिन आया है, जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एवं राकांपा नेता अनिल देशमुख के खिलाफ धन शोधन जांच के तहत उनके नागपुर और मुंबई स्थित परिसरों में छापे मारे हैं।
राकांपा प्रदेश प्रमुख जयंत पाटिल ने उस्मानाबाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने की भाजपा की आदत है और इसके नेता अब अपनी प्रदेश इकाई बैठकों में जांच के बारे में प्रस्ताव पारित कर रहे हैं। उनके पास अब और कोई काम नहीं बचा है। ’’ उन्होंने उस्मानाबाद जिले में सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा बैठक करने के बाद कहा, ‘‘भाजपा को अब सीबीआई और अन्य जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने की आदत पड़ गई है। इतना अधिक कि उनकी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई जांच की मांग करने के लिए प्रस्ताव पारित कर रही है। ’’
पाटिल ने सवाल किया कि भाजपा के नेता कोविड-19 जैसे मुद्दों या राज्य के विकास के बारे में क्यों नहीं बात करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा की प्रदेश इकाई किसी भी आरोप की जांच के लिए सीबीआई तक पहुंचने के लिए प्रस्ताव पारित कर रही है। जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने की उनकी आदत है और महाराष्ट्र के लोग देख रहे हैं। ’’
राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने अनिल देशमुख के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस तरह का दुरुपयोग सिर्फ आपातकाल के दौरान हुआ था। उन्होंने अजीत पवार और अनिल परब के खिलाफ भाजपा के प्रस्ताव पारित करने पर एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘महाराष्ट्र में अब तक राजनीतिक प्रतिशोध अनसुनी चीज थी। भाजपा अपनी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में विचारधारा, मौजूदा राजनीतिक मुद्दों और लोगों की समस्याओं के बारे में चर्चा करने के बजाय अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बना रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘महा विकास आघाडी न सिर्फ पांच साल, बल्कि विकास की राजनीति पर ध्यान देकर 25 साल शासन करेगा।’’