कोलकाता/नयी दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री एस. एस. अहलूवालिया के नेतृत्व में भाजपा का तीन सदस्यीय केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल शनिवार को हिंसाग्रस्त भाटपाड़ा का दौरा करेगा जहां दो समूहों के बीच हुई झड़पों में दो व्यक्तियों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। माना जा रहा है कि ये समूह तृणमूल कांग्रेस और भाजपा से संबद्ध थे। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, ‘‘हमारे पार्टी नेतृत्व ने बंगाल से हमारे सांसद एस एस अहलूवालिया के नेतृत्व में तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बनाया है जो कल भाटपाड़ा का दौरा करेगा। उनके साथ सांसद सत्यपाल सिंह और बी डी राम भी होंगे। उनके साथ राज्य के अन्य नेता भी होंगे।’’
अहलूवालिया राज्य से सांसद हैं जबकि सिंह और राम क्रमशः उत्तर प्रदेश और झारखंड से सांसद हैं। दोनों पूर्व पुलिस अधिकारी भी हैं। प्रतिनिधिमंडल पार्टी अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक रिपोर्ट सौंपेगा। अहलूवालिया ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा कि कल हम भाटपाड़ा का दौरा करेंगे। जिस तरह की हिंसा हुई है वह अभूतपूर्व है। हम ऐसी हिंसा की निंदा करते हैं। भाजपा प्रतिनिधिमंडल की उक्त क्षेत्र की निर्धारित दौरे पर तृणमूल कांग्रेस जिला अध्यक्ष एवं राज्य के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक ने कहा कि इस दौरे का उद्देश्य आग में घी डालने जैसा है।
उन्होंने कहा, ‘‘वे यहां यह सुनिश्चित करने के लिए आ रहे हैं कि क्षेत्र में हिंसा जारी रहे। यद्यपि क्षेत्र के लोग इस तरह के किसी भी प्रयास का विरोध करेंगे। हम पुलिस प्रशासन से भी अपील करेंगे कि वे और अधिक सावधान रहें क्योंकि भाजपा का मुख्य उद्देश्य हिंसा पैदा करना है।’’ भाजपा ने शुक्रवार को हत्याओं के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। लंबे समय से एक तृणमूल कांग्रेस का गढ़ रहे भाटपाड़ा में प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के बीच चुनाव बाद की लगातार हिंसा हो रही है।
तृणमूल कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह के भाजपा में जाने और बैरकपुर से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद से यह संघर्ष और तेज हो गया है। भाटपाड़ा बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। लोकसभा चुनाव के साथ ही भाटपाड़ा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में, अर्जुन सिंह के बेटे पवन सिंह ने तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार एवं राज्य के पूर्व मंत्री मदन मित्रा को हराया।