नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पालघर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना के पीछे भाजपा लेफ्ट कनेक्शन देख रही है। भाजपा के नेशनल सेक्रेटरी सुनील देवधर ने घटना के पीछे वामपंथियों का हाथ बताया है। सुनील देवधर के मुताबिक आदिवासी कभी भगवाधारी पर हमला नहीं कर सकते। आरएसएस के लंबे समय तक प्रचारक रहे और महाराष्ट्र के मूल निवासी सुनील देवधर इन दिनों त्रिपुरा के प्रभारी होने के साथ आंध्र प्रदेश के सह प्रभारी हैं। सुनील देवधर ने सोमवार को इसको लेकर कई ट्वीट भी किए।
उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, "आदिवासी कभी भगवाधारी पर हमला कर नहीं सकते। पालघर की हत्याएं चोर नहीं बल्कि साधु हैं, यह जान कर ही की गई। वर्षों से वामपंथियों का गढ़ रहे इस दहानू क्षेत्र का एमएलए भी सीपीएम-एनसीपी गठबंधन का है। हमलावरों को आदिवासी नहीं बल्कि मार्क्सवादी हत्यारे कहना ही उचित होगा।"
सुनील देवधर ने मॉब लिंचिंग के वायरल हुए वीडियो में एनसीपी और सीपीएम के नेताओं के मौजूद होने की बात कही। सुनील देवधर के इस दावे के बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी ट्वीट कर कहा, "महाराष्ट्र सरकार को जवाब देना होगा। एनसीपी और सीपीआई(एम) के नेता नेता पालघर की उस अमानवीय भीड़ में क्या कर रहें थे?आप लोग गठबंधन की सरकार चलाते हैं, इसका ये अर्थ नहीं है की आप एक दूसरे के पापों पर पर्दा डालेंगे।"
बता दें कि देश में जारी लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र के पालघर जिले में बीते दिनों भीड़ ने दो साधु और एक ड्राइवर को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था। मौके पर मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही। रविवार को वीडियो वायरल होने के बाद देश भर में इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना मे अब तक 110 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।