नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन के दौरान गरीबों के लिए केंद्र सरकार से भेजे गए राशन वितरण में धांधली का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद राजू बिष्ट ने जांच की मांग की है। दार्जिलिंग से बीजेपी सांसद राजू बिष्ट ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर गरीबों को राशन न मिलने की शिकायत की। उन्होंने केंद्र से टीम भेजकर राशन वितरण की जांच कराने की मांग की है। बिष्ट ने कहा है कि धांधली करने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई होनी चाहिए।
‘राशन बांटने में हो रहा भेदभाव’
बिष्ट ने कहा, ‘उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की ओर से 30 मार्च, 2020 को एक अधिसूचना जारी की गई थी, जिसके मुताबिक लॉकडाउन से प्रभावित परिवारों को सरकार ने पांच किलो अतिरिक्त गेहूं, चावल और एक किलो दाल देने की व्यवस्था की है। लेकिन पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार के निर्देशों का उल्लंघन हो रहा है। खरीद नियमों का पालन नहीं हो रहा है। राशन बांटने में भेदभाव हो रहा है। दार्जिलिंग की जनता अब तक राशन न मिलने की शिकायत कर रही है। तमाम राइस मिल कागजों पर ही हैं। राज्य सरकार राशन वितरण में धांधली कर रही है।’
‘राशन वितरण के सत्यापन की व्यवस्था हो’
बीजेपी सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में उनसे राज्य सरकार को गरीबों को खाद्यान्न जारी करने के लिए आदेश देने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार राज्य में पर्यवेक्षकों को भेजकर खाद्यान्न के स्टॉक की जांच कराए। राशन वितरण के सत्यापन की व्यवस्था हो। अगर गड़बड़ी सामने आए तो संबंधित के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाए। बिष्ट ने कहा, ‘आज मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने के साथ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी बात की। उनसे पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायत की।’