केरल में भाजपा ने सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर की परंपरा और रीति रिवाजों को बचाने के लिए बृहस्पतिवार को यहां से एक रथ यात्रा शुरू की। सबरीमला में रजस्वला आयु वर्ग (10 से 50 वर्ष) की महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ हाल ही में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। सबरीमला संरक्षण यात्रा के उदघाटन कार्यक्रम में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सबरीमला में तनाव खत्म करने के लिए माकपा नीत एलडीएफ सरकार से फौरन हस्तक्षेप करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि केरल सरकार को अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करना चाहिए और सबरीमला में गतिरोध खत्म करने के लिए गंभीरता दिखानी चाहिए। कर्नाटक विधानसभा के विपक्षी नेता ने बाद में रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाई। यहां मधुर सिद्धि विनायक मंदिर से इसका नेतृत्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पी एस श्रीधरण पिल्लई और भारत धर्म जन सेना प्रमुख तुषार वेलपल्ली संयुक्त रूप से कर रहे हैं। रथ यात्रा 13 नवंबर को सबरीमला के पास एरुमेली में संपन्न होगी।
भगवान अयप्पा मंदिर में सभी उम्र समूह की महिलाओं के प्रवेश को इजाजत देने संबंधी 28 सितंबर के अपने फैसले पर उच्चतम न्यायालय द्वारा उस दिन पुनर्विचार याचिकाओं पर विचार किया जाना है। इस बीच, केरल प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी प्रमुख के. सुधाकरन आज शाम कासरगोड से एक रैली निकालेंगे, जिसका शुभारंभ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एमएम हुसैन करेंगे।
आने वाले दिनों में कई नेता विभिन्न जिलों से रैलियों का नेतृत्व करेंगे, जो 15 नवंबर को पथनमथिट्टा में संपन्न होगी जहां सबरीमला स्थित है। केरल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मुलापल्ली रामचंद्रन ने कहा कि यात्रा के दौरान कांग्रेस लोगों को यह बताएगी कि किस तरह से सबरीमला मुद्दे को सत्तारूढ़ माकपा और भाजपा ने राजनीतिक रंग दिया। गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के क्रियान्वन के वाम सरकार के फैसले का भाजपा -आरएसएस और अन्य हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं। वहीं, मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने कहा कि वह श्रद्धालुओं के साथ है।