नई दिल्ली: विदेश राज्य मंत्री वी.के.सिंह के विवादित 'प्रेस्टीट्यूट' वाले ट्वीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने खुद को अलग कर लिया है, वहीं कांग्रेस ने उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है। भाजपा प्रवक्ता सांबित पात्रा ने विवादों का कारण बने जनरल (सेवानिवृत्त) सिंह के ट्वीट के बारे में कहा, "ट्वीट व्यक्तिगत मुद्दा है। इसका सही मतलब तो ट्वीट करने वाला व्यक्ति ही समझा सकता है।"
वी.के.सिंह संकटग्रस्त यमन से भारतीयों की सुरक्षित निकासी के अभियान पर नजर रखने के लिए जिबूती में हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कथित तौर पर कहा कि यमन से भारतीयों को सुरक्षित निकालने के अभियान में हिस्सा लेना पाकिस्तान दिवस पर पाकिस्तानी दूतावास जाने से कम रोमांचक था।
मीडिया के एक धड़े ने सिंह की इस बात को उछाला, जिसके बाद उन्होंने ट्वीट किया, "दोस्तों आप प्रेस्टीट्यूट्स से और क्या उम्मीद कर सकते हैं.."
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस टिप्पणी और ट्वीट के लिए सिंह की आलोचना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन्हें निकाल बाहर करना चाहिए।
सुरजेवाला ने कहा, "क्या मोदी सुन रहे हैं? क्या मोदी नींद से जागेंगे और उन्हें बर्खास्त करेंगे?"
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि सिंह प्रचार पाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
वहीं, जनता दल(युनाइटेड) तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भी सिंह की आलोचना की।
पात्रा ने इस विवाद को खत्म करने की अपील करते हुए कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के सभी स्तंभों को देश को मजबूत बनाने के लिए काम करना चाहिए।