कालिम्पोंग: पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को आज जीजेएम के निष्कासित नेता बिनय तमांग के समर्थकों का विरोध झेलना पड़ा। समर्थकों ने मांग की कि भाजपा के नेता पर्वतीय क्षेत्र को तुरंत छोड़कर जाएं और क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता भंग करने से दूर रहें। तमांग के समर्थकों ने सड़कों पर उतरकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के खिलाफ उस समय प्रदर्शन किया जब वह एक भाजपा दल का नेतृत्व करते हुए यहां पहुंचे। बताया जाता है कि इस दौरान जीजेएम के निष्कासित नेता बिनय तमांग के समर्थकों ने दिलीप घोष और उनके समर्थकों के साथ धक्कामुक्की भी की।
हालांकि घोष ने आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि वह संकट पैदा करने यहां आए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पहल के कारण पर्वतीय क्षेत्र में शांति लौटी है। उन्होंने दावा किया, मैंने केन्द्रीय गृह मंत्री से बात की जिसके बाद पर्वतीय क्षेत्र में शांति लौटी। ममता बनर्जी सरकार द्वारा दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के लिए प्रशासक बोर्ड के चेयरमैन बनाए गए तमांग की निंदा करते हुए भाजपा नेता ने कहा, इससे फर्क नहीं पड़ता कि देशद्रोही क्या कह रहा है। घोष ने कहा कि जीजेएम प्रमुख बिमल गुरूंग पर्वतीय क्षेत्र के निर्विवादित नेता हैं। जीजेएम की तरफ से 104 दिनों की अनिश्चितकालीन हड़ताल वापस लेने के बाद बीजेपी का डेलिगेशन घाटी के दौरे पर है। आज बीजेपी के डेलिगेशन के दौरे का दूसरा दिन था।