उज्जैन/इंदौर: मध्य प्रदेश की महाकाल नगरी उज्जैन इन दिनों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति का केंद्र बिंदु बना हुआ है। यहां पार्टी को राह दिखाने वाले संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत 30 दिसंबर से ही डेरा डाल हुए हैं। शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इंदौर होते हुए उज्जैन पहुंचकर भागवत से 'बंद कमरे में' चर्चा की। भागवत से मिलने शाह विमान से इंदौर आए और वहां से उज्जैन पहुंचे। लगभग तीन घंटे के उज्जैन प्रवास के दौरान शाह का भागवत से मुलाकात करना प्रमुख रहा।
सूत्रों के मुताबिक, भागवत और शाह के बीच देश की राजनीतिक स्थिति के साथ ही मध्यप्रदेश के संदर्भ में चर्चा हुई। पार्टी में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। सवाल सिर्फ एक है कि यह बदलाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मर्जी से होगा या संघ तय करने वाला है।
भागवत से मुलाकात के बाद शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज के साथ शैव कला संगम प्रदर्शनी का अवलोकन किया। शाह ने प्रदर्शनी-स्थल पर भगवान शिव की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाया। उन्होंने प्रदर्शनी को देखा और सराहा। मुख्यमंत्री ने शाह को प्रदर्शित प्रादर्शो की जानकारी दी।
प्रदर्शनी-स्थल पर मुख्यमंत्री चौहान एवं सिंहस्थ कुंभ केंद्रीय समिति के अध्यक्ष माखन सिंह चौहान ने अमित शाह को दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मानित किया।
शाह और शिवराज ने बाबा सत्यनारायण मौर्य की 'शिवोहम-शिवोहम' चित्रमाला का अवलोकन भी किया। चित्रमाला में भगवान शिव के विभिन्न स्वरूपों पर आधारित चित्र आकर्षक रूप से प्रदर्शित किए गए हैं। अवलोकन के बाद दोनों अतिथियों ने चित्रमाला की प्रशंसा की।