नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। बीजेपी के सीनियर नेता राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और वेंकैया नायडू इस कमेटी के सदस्य होंगे। तीनों नेता अन्य राजनीतिक दलों के साथ राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चर्चा करेंगे। अमित शाह के इस फैसले से साफ है कि सरकार राष्ट्रपति चुनाव आम सहमति के आधार पर करना चाहती है।
उधर, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी पार्टियां 14 जून को चर्चा करने के लिए बैठक करेंगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाधी ने जुलाई में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के लिए सभी विपक्षी दलों को एक साझा मंच पर लाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। सोनिया गांधी ने चुनाव पर चर्चा के मद्देनजर इस महीने की शुरुआत में विपक्षी पार्टियों के दस सदस्यीय उपसमूह का गठन किया था।
विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "विपक्षी पार्टियों के उपसमूह के सदस्यों की 14 जून को औपचारिक रूप से बैठक शुरू होगी और इस दौरान राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति चुनावों को लेकर चर्चा की जाएगी।" इस उपसमूह में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे, जदयू नेता शरद यादव, राजद नेता लालू प्रसाद यादव, सीपीआई नेता सीताराम येचुरी, टीएमसी नेता डेरेक ओब्रायन, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोलपाल यादव, बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा, डीएमके नेता आर.एस.भारती और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल हैं।
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने पिछले सप्ताह राष्ट्रपति चुनाव का ऐलान करते हुए कहा था कि अगले राष्ट्रपति का चुनाव 17 जुलाई को होगा और मतगणना 20 जुलाई को होगी। देश के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को होगा। उपराष्ट्रपति का कार्यकाल अगस्त के अंत में समाप्त हो रहा है।