नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके वरिष्ठ नेता नारायण दत्त तिवारी का आज 18 अक्तूबक को निधन की खबर से राजनीतिक जगत में दुख की लहर है। यह एक संयोग ही है कि 18 अक्तूबर को ही एनडी तिवारी का जन्म हुआ था और इसी दिन उनकी मौत की खबर भी आई। एनडी तिवारी देश के बड़े नेता थे और आज उनके जन्मदिन पर देश के कई नेताओं ने उनको बधाई भेजी थी।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने दिन में लगभग 12 बजे के करीब अपने ट्विटर हेडल के जरिए एनडी तिवारी को जन्मदिन की बधाई भेजी थी, लेकिन महज 4 घंटे बाद ही उनको शोक संदेश भी लिखना पड़ा।
चिकित्सकों ने बताया कि तिवारी को मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अपराह्र दो बजकर 50 मिनट पर उनका निधन हुआ। उन्हें मस्तिष्काघात के बाद सितम्बर 2017 में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों की एक टीम आईसीयू में 24 घंटे उनकी स्थिति पर नजर रख रही थी।
नारायण दत्त तिवारी 3 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे, पहली बार 1976 में उत्तर प्रदेश, दूसरी बार 1984 और तीसरी बार उन्हें 1988 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया था। उत्तर प्रदेश से अलग होकर जब नया राज्य उत्तराखंड बनाया गया तो नारायण दत्त तिवारी उसके दूसरे मुख्यमंत्री बने, साल 2002 से लेकर 2007 तक वह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे। वह भारत के एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जो दो राज्यों के मुख्यमंत्री बने। मुख्यमंत्री के अलावा नारायण दत्त तिवाारी 2007 से लेकर 2009 तक आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रहे।