कोरोना (Coronavirus) संकट से जूझ रहे भारत को अब नई आफत बर्ड फ्लू (Bird Flu Virus) का सामना करना पड़ रहा है। यह आफत देश के 7 से अधिक राज्यों में दस्तक दे चुकी है। सोमवार को दिल्ली के साथ ही महाराष्ट्र में भी बर्ड फ्लू (Avian Influenza) ने दस्तक दे दी है। कई राज्यों में हजारों की संख्या में मुर्गियां और अन्य पक्षी या तो मर रहे हैं या फिर मारे जा रहे हैं। देेश में जारी इस संकट से आम लोग भी काफी दहशत में हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर बर्ड फ्लू को लेकर अफवाहों और झूठे दावों की भी भरमार है। इसे ध्यान में रखते हुए इंडिया टीवी आपके बर्ड फ्लू से जुड़े सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश कर रहा है। साथ ही यह भी बता रहा है कि आपको इससे सुरक्षा के लिए किस तरह के बचाव की आवश्यकता है।
क्या है बर्ड फ्लू?
बर्ड फ्लू जिसे H5N1 वायरस भी कहते हैं, यह बीमारी एवियन इन्फ्लुएंजा (Avian Influenza) नाम के वायरस से फैलती है। यह बीमारी इंसानों के साथ जानवरों और पक्षियों में भी तेजी से फैलती है। बर्ड फ्लू इतना घातक होता है कि कुछ ही दिनों में इससे मौत तक हो जाती है। मुख्यतः मुर्गी, बतख, मोर और चिकन इससे तेजी से संक्रमित होते हैं। यह वायरस मनुष्य को भी संक्रमित करता है। यह वायरस भी कोरोना वायरस की तरह मनुष्य के श्वसन तंत्र (Respiratory System) को डैमेज कर देता है।
पढ़ें- बैंक अकाउंट से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदलना हुआ बेहद आसान, ये रहा पूरा प्रोसेस
पढ़ें- किसानों के खाते में आएंगे 36000 रुपये, आज ही रजिस्ट्रेशन कर फ्री में उठाएं मानधन योजना का फायदा
नहीं है कोई वैक्सीन
बर्ड फ्लू लंबे समय से भारत सहित दुनिया के कई देशों में फैल रहा है। लेकिन अभी तक वैज्ञानिक बर्ड फ्लू से सुरक्षा देने के लिए कोई वैक्सीन विकसित नहीं कर सके हैं। यह बीमारी मुख्यत: पक्षियों से फैलती है। हालांकि किसी इंसान से दूसरे इंसान तक यह बीमारी फैलने के प्रमाण नहीं मिले हैं। लेकिन यदि इंसान किसी संक्रमित पक्षी के संपर्क में आता है तो उसे यह बीमारी जरूर हो सकती है।
कैसे फैलता है
- विदेशी पक्षियों से
- एक पक्षी से दूसरों में
- संक्रमित पक्षियों के संपर्क से
- संक्रमित पक्षियों को छूने से
- संक्रमित पक्षियों के यूरिन से
- संक्रमित पक्षियों के स्टूल से
- संक्रमित पक्षियों के पंख से
- संक्रमित पक्षियों के लार से
- संक्रमित पक्षियों के जूठन से
- किसी भी संक्रमित सतह से
पढ़ें- 2021 में बन जाइए दिल्ली में घर के मालिक, आज से शुरू हुई DDA में आवेदन प्रक्रिया, ये है तरीका
पढ़ें- Video: गली का कुत्ता बब्बर शेरों पर पड़ गया भारी? वन सेवा अधिकारी ने शेयर किया वीडियो
बर्ड फ्लू के लक्षण (Bird Flu Symptoms)
1. उल्टी जैसा लगना
2. बुखार के साथ शरीर अकड़ना
3. शरीर में तेज दर्द बना रहना
4. थकान होना
5. पेट में दर्द होना
6. सांस लेने में तकलीफ होना
7. बार-बार खांसी आना
8. कफ का बनना
9. सिर मे दर्द रहना
पढ़ें- ये वीडियो देखकर थम जाएंगी सांसे, चलती ट्रेन से गिरकर मौत के मुंह में समा रही थी महिला और फिर...
पढ़ें- नवजात शिशु का भी बनवा सकते हैं आधार कार्ड, ये है पूरा तरीका
इंसान पर प्रभाव
बर्ड फ्लू संक्रमण की वजह से लोगों को कई घातक समस्याएं हो सकती हैं।
1. आंखों में जलन और पानी बहने की समस्या का बना रहना
2. सांस लेने में बहुत दिक्कत होना
3. बर्ड फ्लू के संक्रमण से किडनी का खराब होना
4. लगातार जुकाम और न्यूमोनिया से ग्रसित हो जाना
5. हृदय गति का ठीक से न चलना
6. कार्डियक अरेस्ट का खतरा
पढ़ें- सिर्फ 149 रुपये में लाइफ इंश्योरेंस, बिना कागजात घर बैठे ऐसे करें अप्लाई
बर्ड फ्लू से सुरक्षा के लिए बरतें ये सावधानियां(Bird Flu Prevention)
- मरे हुए पक्षी को न छुएं
- घर में पालतू पक्षियों को न रखें। अगर आपने पशु-पक्षी पाल रखे हैं तो कुछ दिन उन्हें बाहर न निकलने दें और न ही बाहर से लाकर कुछ खिलाएं।
- खुले बाजार या छोटी जगहों से मांस बिल्कुल न खरीदें।
- हाथों को लगातार धोएं और सैनेटाइज करते रहें।
- पक्षियों के संपर्क में आने से बचें।
- बर्ड फ्लू वायरस का प्रभाव दिखने पर 48 घंटे के अंदर डॉक्टर से सलाह लें।
बर्ड फ्लू से जुड़े कुछ सवालों के जवाब
क्या बर्ड फ्लू के दौरान अंडे, चिकन या अन्य पोल्ट्री उत्पादों खा सकते हैं?
बर्ड फ्लू (Bird Flu) के दौरान अंडे या चिकन या पोल्ट्री उत्पाद खा सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको सावधानी बरतनी होगी। केंद्र या राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) या डब्ल्यूएचओ (WHO on Bird Flu) जैसी किसी एजेंसी ने अंडे या मांस न खाने को लेकर एडवाइजरी नहीं जारी की है।
क्या सावधानी बरतें?
एक्सपर्ट बताते हैं कि आपको इन्हें ठीक ढंग से धोकर, उबालकर और कम से कम 70 डिग्री सेल्सियस पर पकाकर ही खाना चाहिए। बाजार की जगह घर में ही इन उत्पादों को बेहतर तरीके से पकाकर खाने से आपका भी भरोसा बढ़ेगा।
इंसानों पर क्या बेहद जानलेवा है?
1996 में पहली बार चीन में बर्ड फ्लू वायरस सामने आया था और उसके बाद हर साल ही इसका प्रकोप देखने को मिलता है। दुनिया में इंसानों में बर्ड फ्लू के संक्रमण के 1500 के करीब केस मिले हैं, जिनमें से 600 को बचाया नहीं जा सका।
बर्ड फ्लू की पुष्टि के लिए टेस्ट कहां कराया जा सकता है.
बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि के लिए जांच (Bird Flu Test) हर जगह संभव नहीं है। दिल्ली के एम्स (AIIMS), पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान और भोपाल (Bhopal) की राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग में जांच संभव है।