नई दिल्ली: बिहार में शराबबंदी के बाद जब एक शख्स को शराब मिलनी बंद हो गई तो उसने नशे के लिए कोबरा सांप पाल लिया और जब उसे नशे की जरुरत महसूस होती तो वह कोबरा से खुद को डसवा लेता था। अपनी शराब पीने की आदत से लाचार इस शख्स का नाम है राणा तपेश्वर सिंह। राणा तपेश्वर सिंह समस्तीपुर के वारिसनगर के रहने वाले हैं। ये भी पढ़ें: नौकरीपेशा लोगों के लिए खुशखबरी, सरकार जल्द ही ले सकती है यह बड़ा फैसला
राणा ने एक संपेरे से कोबरा सांप को खरीदा। कोबरा सांप को खाने के लिए डिब्बे में ही मेढ़क डाल दिया करता था और जब उसे नशे की जरुरत होती अपनी ऊंगली डब्बे में डालता और कोबरा उसे एक बार डंस लेता। कोबरा के डसने से उसे एक बोतल विदेशी शराब के बराबर नशे की अनुभूति होती और वह दो दिनों तक नशे की हालत में ही रहता था। घर के लोग यह समझते कि कहीं से चोरी छुपे वह शराब खरीद कर पिता है।
राणा कहते हैं कि मैं 35 साल से शराब पी रहा था। शराबबंदी के बाद नशे की तलब पूरी करने में परेशानी होने लगी। कोई और रास्ता न दिखा तो कोबरा से डसवाने लगा। कोबरा के जहर से नशा का अनुभव होता है। एक बार डसवाने से पूरी बोतल शराब का नशा चढ़ता था और इससे मुंह से गंध भी नहीं आती थी। राणा ने बताया कि घर वालों को कोबरा के जहर वाली बात पता न चले इसके लिए सांप को झोपड़ी में छिपाता था।
राणा रोजाना अपने हांथ पर एक बार कोबरा सांप का डंक मरवाता और शराब के नशे की तरह झूम उठता। इस बात का तो खुलासा तब हुआ जब कोबरा सांप गुस्सा होकर राणा को काटने के दौरान उसके अंगूठे में डंक मार दिया। कोबरा ने हाथ की बजाए राणा के अंगूठे को निशाना बनाया और ज्यादा जहर उगल दिया। इसके बाद राणा की हालत खराब हो गयी और उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में राणा का इलाज करने वाले डॉक्टर जयकांत ने उसे लगातार 18 स्नेक बाइट के इंजेक्शन लगाए, तब जाकर उसकी जान बच सकी।