नई दिल्ली: बिहार का मुंगेर इन दिनों एके-47 वाला शहर बन गया है। एक बार फिर से वहां छापेमारी में बड़ी संख्या में एके-47 के पार्टस मिले हैं। पुलिस को पता चला है कि मुंगेर के बरदह गांव में एके-47 का बकायदा सर्विस सेंटर तक था। इस छापेमारी में बिहार पुलिस को 15 मैगजीन, 11 पिस्टल ग्रिप, 11 फोल्ड बट, 9 बॉडी कवर और 19 गार्ड हेंड अपर मिले। मतलब इन सबको जोड़ दिया जाए तो एक नहीं कई एके-47 तैयार हो जाए।
बिहार का मुंगेर और मुंगेर का बरदह गांव। पुलिस जिस कुएं में छलांग लगाती है, वहां से कोई ना कोई हथियार निकल ही जाता है, जिस जमीन को खोदती है, वहां से हथियार और उसके पार्ट्स निकल आते हैं। हथियार भी कोई ऐसा-वैसा नहीं, एके-47।
पुलिस ने अब तक जितने लोगों को पकड़ा है उनमें से किसी ने खबर दी थी कि मंजर उर्फ़ मंजी नाम का शख्स एके-47 की सर्विंसग भी करता है और पार्ट्स भी रखता है। मतलब इस छोटे से गांव में एके-47 का सर्विस सेंटर भी मौजूद था। पुलिस घर पहुंची तो दरवाजा बंद था। ताला तोड़कर अंदर पहुंची तो घर में पानी से भरे कुएं की तलाशी ली गई और उसके बाद ये सब सामान मिला।
ये सामान प्लास्टिक के बोरी में भर कर कुएं में डाला गया था। मुंगेर के एसपी बाबू राम ने कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में एके-47 राइफल के पार्टस मिलने से यह स्पष्ट है कि हथियार तस्कर राइफल के साथ ही खरीदार को जरूरत पर पार्टस भी मुहैया कराते थे। इस संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि मध्य प्रदेश के जबलपुर से पार्ट्स चोरी कर हथियार तस्कर मुंगेर लाते थे और मुंगेर में एके-47 राइफल असंबल कर लेते हों।
पिछले दिनों जबलपुर के ऑर्डनेंस फैक्ट्री से 70 एके-47 राइफल गायब हुईं थीं। इनमें से मुंगेर में अब तक की छापेमारी में 20 राइफल मिलीं हैं। पुलिस को अब भी 50 एके-47 राइफल की तलाश है। इसके लिए बिहार पुलिस की टीम अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है। बिहार में पिछले दिनों मुजफ्फरपुर में हत्या हुई तो वहां भी एके-47 का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस समझ नहीं पा रही है कि इस गांव में कितने एके-47 हैं।