पटना: बिहार के सीतामढ़ी जिला में कोरोना वायरस से संक्रमण के संदिग्ध मामले की कथित तौर पर सूचना देने के कारण एक व्यक्ति की हत्या करने का मामला सामने आया है। सीतामढी जिला के रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के मधौल गांव निवासी बबलू कुमार (36) की 29 मार्च की शाम हत्या कर दी गई। इस संबंध में बबलू के भाई गुडडू सिंह द्वारा 30 मार्च को दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया है कि बबलू ने हेल्पलाईन नंबर पर फोन कर किसी व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदेह जाहिर किया था, इसी कारण उसकी हत्या की गई है।
पुलिस मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बबलू इलाज के लिए मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती था, वहीं पर उसके भाई ने बयान दिया कि कुछ लोगों ने उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी। पुलिस ने इस संबंध में छह लोगों को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला पुरानी रंजिश का है और इसका कोरोना वायरस से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने बताया कि कॉल रिकॉर्ड देखने पर पता चला है कि बबलू ने ना तो स्थानीय प्रशासन और ना ही नियंत्रण कक्ष से कोई संपर्क किया था। उन्होंने बताया कि बबलू की स्थानीय युवकों के साथ 29 मार्च की शाम में हाथापाई हुई थी, उसी दौरान बुरी तरह पिटाई किए जाने से उसकी मौत हो गई थी।
जांच के क्रम में अभी तक यह बात सामने आई है कि रून्नीसैदपुर की जिला परिषद सदस्य के पति ओमप्रकाश भारती द्वारा दी गई सूचना के आलोक में उक्त गांव में 27 मार्च को मेडिकल टीम गई थी। टीम ने उस दिन मुंबई से लौटे एक व्यक्ति मुन्ना महतो की जांच की थी। इस मामले में नामजद अभियुक्त और दो सगे भाईयों मुन्ना महतो और सुधीर महतो को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।