आरा। भाकपा नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर शुक्रवार को एक भीड़ ने हमला कर दिया और जिस वाहन में वह यात्रा कर रहे थे उसे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। हमले में कई लोग घायल भी हुए हैं। कन्हैया संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ राज्यव्यापी दौरे पर हैं। उनकी इस यात्रा का विरोध करते हुए यह हमला किया गया। कन्हैया आरा में आयोजित एक रैली को संबोधित करने जा रहे थे, तभी यह हमला हुआ।
कन्हैया के साथ मौजूद कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने फोन पर पीटीआई भाषा को बताया, ‘‘30 जनवरी से शुरू हमारी जन गण मन यात्रा शुरू होने के बाद से हमारे काफिले पर कई बार हमले हुए हैं। आज का हमला वस्तुत: सबसे भयावह था। यह पहला मौका है जब उस वाहन पर हमला हुआ है जिसमें हम बैठे हुए थे। हालांकि, हम बाल-बाल बच गये।’’
यह हमला उस वक्त हुआ, जब बक्सर में रैली को संबोधित कर कन्हैया यहां आ रहे थे। उनके काफिले में पांच गाड़ियां थी । विधायक ने कहा, ‘‘पिछले हमले को देखते हुए राज्य सरकार ने एक पुलिस वाहन तैनात कर दिया था। हम उसके पीछे-पीछे जा रहे थे। चालक ने 25-30 युवकों को देख कर ब्रेक लगाया। उनमें से कुछ मोटरसाइिकल पर सवार थे और कुछ सड़क के किनारे लाठी-पत्थर आदि लेकर खड़े थे। उन्होंने सिर पर पट्टी बांध रखी थी और नारेबाजी कर रहे थे।’’
उन्होंने बताया, ‘‘दुर्भाग्य से जब पुलिस का वाहन कुछ आगे निकल गया तब हमलावरों ने हम पर हमला बोल दिया। हमारे वाहनों पर पथराव किया गया जिससे यह इस कदर क्षतिग्रस्त हो गया कि यह उपयोग में लाने लायक नहीं है। पुलिस को कुछ गड़बड़ महसूस हुआ तो वह वापस आयी और भीड़ को तितर-बितर किया।" कांग्रेस नेता ने बताया कि वह और कुमार इस घटना में बाल-बाल बच गये और दूसरे वाहन में आगे गये, जबकि उनके एक सहयोगी के सिर में गंभीर चोट आयी हैं और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूसरी ओर, भोजपुर के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, उनकी संख्या का अभी तक पता नहीं चल पाया है।