पटना: बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने और बहन-बेटियों की इज्जत बचाने में खुद को लाचार महसूस कर रही बिहार की नीतीश सरकार मुआवजे की रकम दोगुने से ज्यादा बढ़ाकर पीड़िताओं के जख्म पर धन का मरहम लगाएगी। बिहार में तेजाब हमले और दुष्कर्म की पीड़िता को अब तीन लाख रुपये के बदले सात लाख रुपये बतौर मुआवजा दिया जाएगा। बिहार मंत्रिपरिषद की मंगलवार को हुई बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में कुल चार प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। बैठक के बाद मंत्रिपरिषद सचिवालय के विशेष सचिव यू़ एऩ पांडेय ने पत्रकारों को बताया कि मंत्रिपरिषद की बैठक में तेजाब हमले में पीड़िता और दुष्कर्म की शिकार महिलाओं को दी जाने वाली मुआवजा राशि दोगुनी कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि फिलहाल बिहार में दुष्कर्म और तेजाब हमले की पीड़ित महिला को तीन लाख रुपये की मुआवजे के रूप में दिया जाता था, जिसे बढ़ाकर अब सात लाख रुपये कर दिया गया है। अगर पीड़िता की उम्र 14 साल से कम है तो मुआवजे की राशि 50 फीसदी तक बढ़ाई जा सकती है।
पांडेय ने कहा कि इसके अलावा तेजाब पीड़िता का चेहरा अगर स्थायी रूप से विकृत हो गया हो या आंख को नुकसान हुआ हो, तो ऐसी स्थिति में अधिकतम 10 हजार रुपये प्रति महीने आजीवन मुआवजा देने का भी निर्णय लिया गया है।