नई दिल्ली: बिहार के मुजफ्फरपुर में बाढ़ की हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां बाढ़ के पानी में फंसे 6 लोग जान बचाने के लिए घंटों पेड़ पर लटके रहे। एनडीआरएफ की टीम ने पेड़ पर लटके इन लोगों को रेस्क्यू किया। बाढ़ के पानी से बचने के लिए पेड़ की टहनियों पर शरण लिए बैठे इन लोगों के साथ मवेशी भी थे। ये तस्वीर बिहार के मुज़फ्फरपुर की है जहां सैलाब में सब कुछ तबाह हो गया है। दूर-दूर तक पानी के सिवा बस तीन पेड़ दिखाई दे रहे हैं। इन्हीं पेड़ों पर छह लोगों ने घंटों तक लटकर अपनी जान बचाई। एनडीआरएफ की टीम जब इस इलाके में पहुंची तो एनडीआरएफ के जवान भी देखकर हैरान रह गए कि कैसे ये लोग पेड़ पर लटके हुए हैं। ये भी पढ़ें: EXCLUSIVE: गुरमीत राम रहीम के कुकर्मों की कहानी, उसके राजदार की जुबानी
सबसे पहले एनडीआरएफ की बोट उस पेड़ के पास पहुंची जिस पेड़ पर तीन लोग थे। ऊपर की तरफ बुजुर्ग लटके थे। नीचे एक लड़का और एक बकरी थी और साथ में इन लोगों का सामान भी था। पहले पेड़ से इन लोगों को बचाने के बाद बोट दूसरे पड़े की तरफ पहुंची इस घने पेड़ में ऊपर की तरफ लटका था एक युवक।
पेड़ों पर फंसे ये लोग एक नाव में बैठ कर मुजफ्फपुर के माणिक गांव जा रहे थे लेकिन मुसहरी के बिंदा गांव के पास अचानक इनकी नाव पलट गई। नाव में कुल 11 लोग सवार थे 5 लोगों को तैरना आता था वो किसी तरह से तैर कर किनारे तक पहुंच गए लेकिन बाकी छह लोग इन पेड़ों पर लटक गए। घंटों बाद एनडीआरएफ की टीम यहां पहुंची और पेड़ों पर लटके इन लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया। पेड़ों पर लटके इन लोगों के साथ दो बकरियां भी थी उन्हें एनडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित बचा लिया।
बता दें कि बिहार में बाढ़ से राज्य के 19 जिलों की 1 करोड़ 67 लाख आबादी प्रभावित है। बाढ़ से अब तक 514 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा 95 लोगों की मौत अररिया में हुई है। सीतामढ़ी में 47, पूर्णिया में 44, बेतिया में 42, कटिहार में 40 लोगों की मौत हुई है। वहीं दरभंगा में 37, मोतिहारी में 32, मधेपुरा में 29, मधुबनी में 28 मौत लोगों की मौत हुई है।
किशनगंज में भी बाढ़ ने 24 लोगों की जान ले ली। मुजफ्फरपुर में 21, गोपालगंज में 20, सुपौल में भी 16 लोगों की बाढ़ से मौत हो गई जबकि छपरा में 23, खगड़िया में 10, सहरसा में 8, शिवहर में 6 और समस्तीपुर जिले में बाढ़ से 2 लोगों की मौत हो गई।