पटना। बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। राज्य में बाढ़ से 13 जिलों में 88 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने यह जानकारी दी। हालांकि, मृतकों की संख्या में लगातार तीसरे दिन कोई बढोतरी नहीं हुई। बाढ़ से अब तक 127 लोगों की मौतें हुई हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक आपदा से 13 जिले प्रभावित हुए हैं। सबसे ज्यादा 37 लोगों की मौत सीतामढ़ी में हई है। वहीं, मधुबनी में 30, अररिया (12), दरभंगा (12), शिवहर (10), पूर्णियां (नौ), किशनगंज (सात),मुजफ्फरपुर (चार), सुपौल (तीन), पूर्वी चंपारण (दो) और सहरसा में एक व्यक्ति की मौत हुई है। बाढ़ प्रभावित दो जिलों- कटिहार और पश्चिमी चंपारण से अब तक किसी की मौत की सूचना नहीं मिली है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि राज्य में 13 जिलों की 1,269 पंचायतों के 111 प्रखंडों में 88.46 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। जल संसाधन विभाग के मुताबिक, पांच नदियां - बागमती, बूढी गंडक, कमला बलान, अधवारा और खिरोई नदी राज्य में नौ स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान मुताबिक अगले 24 घंटे में बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में हल्की से सामान्य बारिश होने की संभावना है।
पीएम मोदी ने नीतीश कुमार से बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार में बाढ़ के हालात का जायज़ा लिया। राज्य में पिछले कुछ दिनों में सैलाब की वजह से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी से बात की।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। हम हर संभव जरूरी सहायता देना जारी रखेंगे।’’
प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी जी से बात की और बिहार के विभिन्न हिस्सों में आई बाढ़ से उपजे हालात की समीक्षा की।’’