गोपालगंज. बिहार के गोपालगंज जिले में शुक्रवार को दो स्थानों पर गंडक नदी के तटबंध टूट गए। एक अधिकारी ने कहा कि इसके चलते 45 गांव के करीब 50,000 लोग प्रभावित हुए हैं। जिलाधिकारी अरशद अजीज ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित लोगों को निकालने में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तीन टीमें जुटी हुई हैं।
नेपाल के तराई क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण 21 जुलाई को वाल्मीकिनगर बैराज से 4.36 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद नदी उफना गई। जिलाधिकारी ने कहा कि इससे माझा खंड के पूर्णिया और बरौली खंड के देवपुर गांव में सारण तटबंध टूट गया। उन्होंने कहा कि नदी में बढ़े जलस्तर से जादवपुर रजवाही गांव में एक रिंग बांध टूटा है और देवापुर गांव में सेलुइस गेट टूट गया गया है।
उन्होंने कहा कि टूटे तटबंधों की मरम्मत के प्रयास किए जा रहे हैं। तटबंध टूटने के कारण नदी का पानी राष्ट्रीय राजमार्ग-28 पर भर गया, जिसके चलते उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और बिहार के मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण में वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई।
वहीं, पूर्वी मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता राजेश कुमार ने कहा कि दरभंगा जिले में हयाघाट के पास गिरदर पुल भी बाढ़ के पानी की चपेट में आ गया, जिसके कारण सुबह सात बजे से दरभंगा-समस्तीपुर रूट पर संचालन निलंबित कर दिया गया है।