मधुबनी: मधुबनी में भी सैलाब में भारी तबाही मचाई है। यहां घर, फसल और जमा पूंजी सब कुछ सैलाब में बह चुका है। यहां लोगों को फिक्र सता रही है कि इनकी जिंदगी अब कैसे चलेगी। वहीं सरकार से मदद न मिलने की वजह से दिल में गुस्सा है और सैलाब से तबाह हुए लोग अब सड़क पर उतर कर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। लोगों को फिक्र सता रही है कि इनकी जिंदगी अब कैसे चलेगी।
वहीं बाढ़ से जंग के लिए अब सेना ने मोर्चा संभाला है। सरकार की कोशिशों और राहत और बचाव के काम में अब सेना की मदद ली जा रही है। बेनीपट्टी के बिस्फी इलाके में करीब ३०० गांव सैलाब में घिर चुके हैं। सैलाब के बीच सेना ने महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित निकाला। सेना के जवान अपने साथ खाने का सामान भी लेकर आए थे । लेकिन यहां जरूरतमंद लोग अधिक थे और खाने के पैकेट्स कम। सेना की मदद के बावजूद यहां के लोग बेहद नाराज हुए क्योंकि गांव में लोगों का राशन बारिश और सैलाब में बर्बाद हो चुका लेकिन राहत के नाम जो सामग्री आ रही है वो बेहद कम था। इन इलाकों में कमला नदी के पानी ने ज़बरदस्त तबाही मचाई है। सैलाब की वजह से कमला नदी का बांध दस जगहों से टूट गया और मधुबनी का एक बड़ा इलाका पानी में डूब गया ।
इस इलाके में कई लोग सिर्फ एक चौकी पर बैठकर सैलाब के जाने का इंतजार कर रहे हैं । सेना की बोट उन इलाकों तक भी पहुंची जहां लोगों तक मदद के नाम पर अब भी कुछ नहीं पहुंचा है और लोग जिंदगी को खतरे में डालकर वक्त गुजार रहे हैं। इस इलाके में कई जगहों पर दस फीट से ज्यादा पानी है तो कहीं-कहीं पांच फीट तक पानी है। इन इलाकों में सैकड़ों लोग सैलाब के पानी के निकलने के इंतजार में हैं। इस इलाके में कई जगहों पर सेना की तरफ से राहत कैंप बनाया गया है।