कटिहार: बिहार में सियासी तूफान शांत हुआ तो सैलाब ने सरकार और लोगों को बेचैन कर दिया है। यहां जहां तक नजर जाती है सिर्फ पानी ही पानी नजर आता है। कटिहार जिला भी बाढ़ की विनाशलीला झेल रहा है। यहां उफनती महानंदा ने भारी तबाही मचाई है। कटिहार में महानंदा नदी पर बना पुल सालों से सानी ताने खड़ा था। लेकिन इस बार बाढ़ ने नदी की लहरों को ऐसी ताकत और रफ्तार दी है कि सीमेंट और लोह का पुल भी लहरों से मुकाबला नहीं कर सका। चंद सेकंड में लहरों की रफ्तार ने पुल को पानी में बहा दिया।
महानंदा नदी में सैलाब आने के बाद पहले पानी का लेवल बढ़ा और पुल के पिलर आधे से अधिक डूब गए थे। नदी में उफनती लहरों ने कुछ देर में ऐसा विकराल रुप अखित्यार कर लिया कि पिलर पर खड़ा पुल का कुछ हिस्सा नीचे झुकने लगा। पुल से लोगों की आवाजाही रोक दी गई और फिर मंगलवार को वही हुआ जिसका अंदाजा पहले से ही हो चुका था। महानंदा नदी की उफनती लहरों ने इस भारी भरकम पुल को नदी में गिरा दिया।