पटना: बिहार में भारी बारिश के बाद जलभराव की गंभीर स्थिति के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को हालात का जायजा लेने के लिए शहर का हवाई दौरा किया, वहीं पानी में फंसे लोगों के लिये वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद से खाने के पैकेट और दूसरी राहत सामग्री गिराई गयी। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर की मदद से पटना शहर के जलमग्न इलाकों फंसे लोगों के लिए दो हजार खाने के पैकेट और अन्य आवश्यक राहत सामाग्री गिराये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संसाधन मंत्री संजय झा और मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ पटना शहर एवं उसके आस पास के जल जमाव से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि के नेतृत्व में बचाव दल ने जल भराव के कारण राजेंद्र नगर स्थित अपने घर में तीन दिनों से फंसे उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को सोमवार को उनके परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नाव के जरिए निकाला।
नौका से उतरने पर उपमुख्यमंत्री से जब मीडियाकर्मियों ने यह पूछा गया कि उनके इलाके में बहुत अधिक जलजमाव था और किस तरह की परिस्थिति का उन्हें सामना करना पड़ा, तो वे बिना कोई प्रतिक्रिया दिए वहां से रवाना हो गए। राजेंद्रनगर इलाके में बचाव एवं राहत कार्य में लगे पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि कल यहां 26 हजार लोगों को जलमग्न क्षेत्रों से निकाला गया और आज पांच हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
उन्होंने बताया कि राजेंद्रनगर इलाके में 24 से अधिक संख्या मे एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की नौका मौजूद है और इसके अलावा 75 ट्रैक्टर को भी बचाव और राहत कार्य में लगाया गया है। एनडीआरएफ की टीम ने राजेंद्रनगर के रोड नंबर छह में जलजमाव में फंसी मशहूर भोजपुरी गायिका शारदा सिन्हा और उनके परिवार के सदस्यों को एनडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित उनके आवास से निकाला। पटना शहर स्थित कृषि मंत्री प्रेम कुमार का सरकारी आवास आज भी जलमग्न रहा और परिवार के सदस्य घर के उपरी मंजिल में रह रहे हैं।