हाजीपुर: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में दलितों के घरों में आग लगाए जाने की घटना को लेकर बिहार की राजनीति गर्म हो गई है। वैशाली जिले के राघोपुर थाने के मलिकपुर गांव में गांव के ही कुछ लोगों ने दलितों के 15 घरों को आग के हवाले कर दिया। इस क्रम में सभी घर जलकर राख हो चुके हैं।
इस बीच, पूर्व मंत्री और जद (यू) के नेता अशोक चौधरी ने गांव का दौरा किया और पीड़ितों से मिलकर उन्हें हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। इधर, राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने शुक्रवार को आरोप लगाया है कि राजद के दबंग लोगों ने दलित के घरों में आग लगाई है। उन्होंने कहा कि दबंगों ने दलितों के साथ मारपीट भी की। दबंगों को राजद द्वारा संरक्षण दिए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में वैशाली जिले के पुलिस अधीक्षक से बात कर पूरी जानकारी ली है तथा उन्हें तत्काल उचित कार्रवाई करने को कहा गया है।
पुलिस के अनुसार, भूमि विवाद में गांव के ही एक पक्ष के लोगों ने गत सोमवार को दूसरे पक्ष के एक घर में आग लगा दी थी। आग की लपटों ने कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया था। घटना में लगभग 10 लाख की संपत्ति के नुकसान की बात कही जा रही है। सभी पीड़ित दलित समुदाय के बताए जा रहे हैं।
इस मामले पर राजद के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा है कि नीतीश सरकार में कानून का डर खत्म हो गया है। दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं, परंतु कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि समुदाय बदमाश नहीं होता, बल्कि व्यक्ति गलत होता है। इधर, जद (यू) के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव देश की बात करते हैं। उनके क्षेत्र में दलितों पर अत्याचार हो रहा है, लेकिन उनसे मिलने की बात तो दूर इस पर उन्होंने एक बयान तक नहीं दिया।