पटना: बिहार में शनिवार को स्वतंत्रता दिवस धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। राज्य में मुख्य समारोह पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित किया गया, जहां राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने न्याय के साथ विकास का संकल्प दोहराते हुए कहा कि उनकी सरकार क्राइम, करप्शन और कम्युनिलिज्म पर जीरो टालरेंस की नीति पर चलती रही है। मुख्यमंत्री ने नियोजित शिक्षकों के लिए शीघ्र नई सेवा शर्त नियमावली लागू करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि विधि व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द को लेकर लगातार काम किया गया है। सरकार क्राइम, करप्शन और कम्युनिलिज्म पर जीरो टालरेंस की नीति पर चलती रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय औसत को देखें तो अपराध के मामले में बिहार 23 वें स्थान पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध की ज्यादातर घटनाएं भूमि विवाद व संपत्ति विवाद के कारण हो रही है, यही कारण है कि भूमि विवाद निपटारे के लिए कई तरह के काम किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने नियोजित शिक्षकों के लिए शीघ्र नई सेवा शर्त नियमावली लागू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उन्हें ईपीएफ का लाभ भी दिया जाएगा। जल्द ही सेवा शर्त नियमावली की विधिवत घोषणा की जाएगी। इस दौरान उन्होंने सरकार के कई विकास योजनाओं की चर्चा की तथा न्याय के साथ विकास पर बल देते हुए कहा कि बिहार विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
नीतीश ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी काफी काम हो रहा है। नीतीश ने कोरोना संक्रमण की चर्चा करते हुए कहा, "कोरोना से निपटने के लिए सरकार शुरू से सचेत है तथा लगातार काम कर रही है। सभी लोग अपने ढंग से काम में लगे हुए हैं। लॉकडाउन खत्म होने के बाद कोरोना का संक्रमण पूरे देश में बढ़ा।" उन्होंने कहा कि जांच की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। साथ ही कोविड सेंटर, कोविड केयर सेंटर और डेडिकेटेड सेंटर की व्यवस्था की गई है। कोरोना की जंग में लगे चिकित्सा कर्मियों के लिए एक माह का समतुल्य वेतन देने का भी निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लाज्मा दान करने वाले लोगों को पुरस्कार स्वरूप 5,000 रुपये देने का भी निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। कोरोना के कारण इस बार हालांकि आम लोग कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए, लेकिन राज्य के लोगों में स्वतंत्रता दिवस को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। इस क्रम में उन्होंने बाढ़ के दौरान भी लोगों को सहायता पहुंचाने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने बिहार को देश के टॉप पांच राज्यों में पहुंचाने की बात करते हुए कहा , "उनका लक्ष्य बिहार को देश के टॉप पांच राज्यों में शामिल करना है। बिहार को खुशहाल राज्य के रूप में देश के मानचित्र पर स्थापित करने का हमें संकल्प लेना चाहिए।" अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कई अन्य योजनाओं की भी चर्चा करते हुए कहा कि पहले बिहार में क्या था, यह सभी जानते हैं।
झंडोतोलन के पूर्व मुख्यमंत्री ने परेड का निरीक्षण किया। इस मौके पर राज्य के कई मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी सहित बडी संख्या में लोग उपस्थित रहे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने पटना के कारगिल चौक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। स्वाधीनता दिवस को लेकर पूरे बिहार में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।