गया: बिहार के गया में गैंगरेप पीड़िता से जबरदस्ती मिलने और तस्वीर खिंचवाने के लिए बाध्य करने वाले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेताओं पर मामला दर्ज किया है। इन नेताओं पर पीड़िता को पुलिस जीप से जबरन उतारने और उसकी तस्वीर लेने के लिए बाध्य करने के मामले में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, RJD नेताओं ने पीड़िता को उस समय पुलिस जीप से जबरन उतार लिया था, जब पुलिस उसकी चिकित्सीय जांच कराकर लौट रही थी।
गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने शनिवार को बताया, "मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग लड़की को जबरन पुलिस जीप से उतारने, उसके साथ वीडियो बनाकर वायरल करने और उससे जबरन बोलने के लिए बाध्य करने के मामले में कुछ लोगों पर मगध मेडिकल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।"
प्राथमिकी में बिहार के पूर्व मंत्री आलोक मेहता, विधायक सुरेंद्र यादव, राजद के जिलाध्यक्ष निजाम मियां, आभा लता सहित छह लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि बिहार के गया जिले के कोंच थाना क्षेत्र में बुधवार रात एक शख्स को बंधक बनाकर उसकी 55 वर्षीय पत्नी और 15 वर्षीय बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था।
पुलिस के मुताबिक, आंती थाना क्षेत्र का रहने वाला एक शख्स अपनी मोटरसाइकिल से पत्नी और बेटी के साथ घर जा रहा था कि तभी सोनडीहा गांव के पास आठ से दस लोगों ने मोटरसाइकिल रोक ली। इसके बाद बदमाशों ने शख्स को पेड़ से बांध दिया और उसकी पत्नी व बेटी से सामूहिक दुष्कर्म किया।
इस मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के निर्देश के बाद प्रधान महासचिव आलोक मेहता के नेतृत्व में राजद के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को पीड़िता से मुलाकात की थी और उन्हें उचित न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था। (भाषा)