कोलकाता: कोयला घोटाले में 1300 करोड़ की रिश्वत ली गई थी, इसका खुलासा प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने किया है। ईडी ने पहली बार ये खुलासा किया है कि घोटाले में 730 करोड़ रुपये अकेले मिश्रा बंधुओं यानी विनय मिश्रा और विकास मिश्रा ने लिए। इस समय विकास मिश्रा से पूछताछ चल रही है। उसने टीएमसी नेताओं समेत कुछ नौकरशाहों के नाम भी लिए हैं। ईडी सूत्रों के मुताबिक विकास मिश्रा ने खुलासा किया है कि कि रिश्वत की रकम कैश के अलावा कुछ लोग गोल्ड तथा अन्य चीजों के तौर पर भी लेते थे। विकास मिश्रा से पूछताछ के आधार पर ईडी कुछ नेताओं और नौकरशाहों को पूछताछ के लिए बुला सकता है।
वहीं, इस मामले में कल केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने छापेमारी की। सीबीआई ने कोलकाता, दुर्गापुर, आसनसोल समेत 5 से ज्यादा जगहों पर कोयला घोटाले के मुख्य आरोपी अनूप मांझी उर्फ लाला के खास साथी अमित अग्रवाल के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अमित अग्रवाल का कोलकाता में 10 हजार गज स्कायर फीट जमीन पर दफ्तर है, इसने अपने दफ्तर के बाहर बोर्ड लगाया हुआ है कि ये कई इंडस्ट्री का मालिक है। अनूप मांझी के साथ मिलकर इसने भी कोयला तस्करी में काफी पैसा कमाया है। इस पर आरोप है कई जगह जमीनों और इंड्रस्ट्री पर अवैध कब्जा कर रखा है। इसके अलावा कोलकाता में राजनीतिक गलियारों में भी इसके अच्छे संबंध है और पुलिस की सुरक्षा भी मिली हुई है।