नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने देश की अर्थव्यस्था के बुनियादी ढांचे को मजबूत बताते हुए कहा है कि बड़े बदलावों का असर कुछ दिनों के बाद नजर आएगा। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। पूरा ध्यान अर्थव्यवस्था में तेज रफ्तार लाने पर है। भविष्य में विकास दर 8 फीसदी से ऊपर उठेगी।
अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी जोर दिया जा रहा है। 5 साल मेंं करीब 83 हजार किमी सड़कें बनाई जाएंगी। भारतमाला के तहत 34,800 किमी सड़कें बनाई जाएंगी।
आर्थिक मामलों के सचिव एससी गर्ग ने कहा
- वर्ष 2014 से मुद्रास्फीति निरंतर नीचे चल रही है। इस साल भी यह चार प्रतिशत से पर नहीं जाएगी।
- चालू खाता घाटा इस वर्ष दो प्रतिशत से कम होने का अनुमान विदेशी मुद्रा भंडार 400 अरब अमेरिकी डॉलर से पर पहुंच चुका है।
- रकार चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को जीडीपी के 3.2 प्रतिशत पर रखने को प्रतिबद्ध है। दिसंबर में स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
- आर्थिक वृद्धि दर अपने निचले स्तर से उबर चुकी है, अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार आ रहा है।