भोपाल। भोपाल जिला प्रशासन ने प्रयोग के तौर पर एक नवाचार करते हुए जिला बदर हुए दो बदमाशों को 100-100 पौधे लगाने और इनकी देखभाल के आदेश दिये हैं। भोपाल जिला दंडाधिकारी तरुण पिथोड़े ने जिला बदर के दो मामलों की सुनवाई करते हुए दो बदमाशों को 100-100 पौधे लगाने के आदेश दिये हैं। उन्होंने ऐसे मामलों में इस प्रकार की योजना बनाने के भी निर्देश दिये।
उन्होंने शनिवार को पीटीआई से कहा, ‘‘शुक्रवार को जिला बदर के दो मामलों की सुनवाई करते हुए बदमाशों को 100-100 पौधे लगाने और साथ ही इन पौधों की देखभाल करने के आदेश दिये गये हैं। आदेश सभी कानूनी मानदंडो के तहत जारी किया गया है।’’
उन्होंने कहा, “उन्हें सही रास्ते पर वापस लाने की यह एक पहल है। इससे पर्यावरण को बेहतर बनाने में भी मदद मिलेगी।”
जिला कलेक्टर ने कहा कि ये अपराधी जिला बदर मामलों में माफी मांग रहे थे लेकिन कानूनी प्रक्रिया के अनुसार यह कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि पौधारोपण के माध्यम से उन्हें सामाजिक कार्यों में व्यस्त रखा जा सकता है। पिथोड़े ने कहा कि जिन इलाकों में यह अपराधी रहते हैं उस इलाके के पुलिस थाना प्रभारी को भी कहा गया है कि बदमाशों द्वारा लगाये गये 100 पौधों की पुष्टि करें और यह भी देखें कि इनके द्वारा पौधों की देखभाल की जा रही है या नहीं।
जिला कलेक्टर ने कहा कि इन बदमाशों को रोपे गये पौधों की रिपोर्ट तीन माह में पेश करने के लिये भी कहा गया है। उन्होने स्पष्ट किया कि हम केस टू केस इस प्रकार का निर्णय लेगें सभी मामलों में इस तरह का निर्णय नहीं लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में जिला बदर के लगभग 250 मामले लंबित हैं।
अपराधियों को उनके इलाके से दूर रखने के लिये पुलिस जिला बदर की कार्रवाई करती है ताकि वह अपने क्षेत्र से विस्थापित हो जायें और परेशानी पैदा न कर सकें। इससे पहले ग्वालियर जिला कलेक्टर ने बंदूक और रिवाल्वर का लायसेंस मांगने वालों से कम से कम दस पौधे लगाने और उनकी देखभाल करने के लिये कहा था। मालूम हो कि ग्वालियर-चंबल अंचल के लोगों में बंदूक और रिवाल्वर रखने का भारी शौक है और वहां इसे शान का प्रतीक समझा जाता है।