भोपाल: कहते हैं कि अगर लड़की शिक्षित हो तो पूरा समाज शिक्षित होता है। इस कहावत को चरितार्थ करते हुए एक कच्चे मकान में लोगों के लिए पुस्तकालय चलाने वाली पांचवीं की छात्रा मुस्कान के जज्बे को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मानित किया है।
चौहान ने दुर्गानगर बस्ती के एक कच्चे मकान में पुस्तकालय चला रही मुस्कान अहिरवार को दो लाख रूपये की सहायता राशि दी और जल्दी ही पुस्तकालय के लिये पक्का मकान बनाने का आश्वासन भी दिया। मुस्कान ने बच्चों की शिक्षाप्रद 25 किताबों से अपना पुस्ताकलय 2016 में शुरू किया था। लेकिन एक वर्ष के भीतर ही इसमें 1000 से ज्यादा किताबें हैं, और रोजाना 20-25 बच्चे यहां पढ़ने आते हैं।
मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने आज बताया, मुख्यमंत्री चौहान ने कल यहां अपने आवास पर मुस्कान अहिरवार का सम्मान किया और उसे दो लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की। साथ ही यह भी आश्वासन दिया कि जल्दी ही उसके लिए एक कमरे का पक्का पुस्तकालय बनेगा।
मुख्यमंत्री के इस भावनात्मक उपहार से अभिभूत मुस्कान ने कहा, अब उसे और बस्ती के अन्य बच्चों को पढ़ने और आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। मामाजी (मुख्यमंत्री चौहान) हमारे साथ हैं। अब हमें अपना काम करना है। मामा जी की सरकार हमारे साथ है।
ग्लोरियस हायर सेकेण्डरी स्कूल जहांगीराबाद, भोपाल में पढ़ने वाली मुस्कान के पिता का सात जुलाई को निधन हो गया है और सेंटरिंग का काम करने वाले उसके चाचा राकेश कुमार उसका घर चलाने में मदद करते हैं। मुस्कान ने बताया, मेरे पापा कहते थे कुछ करके दिखाओ। इसके लिये खूब पढ़ो। मैं डॉक्टर बनना चाहती हूं।
उन्होंने कहा, अभी रोज शाम पांच से सात बजे तक पुस्तकालय लगता है। करीब बीस-पच्चीस बच्चे आते हैं। चटाई और दरी पर बैठना पड़ता है। कुछ बच्चे किताबें घर ले जाते हैं। फिर वापस कर देते हैं। मैं किताब के बारे में कुछ सवाल पूछ लेती हूं जिससे यह पता चल जाता है कि बच्चे ने किताब पढ ली है। एक रजिस्टर है जिसमें सारा हिसाब रहता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुस्कान जैसी बेटियों के काम को पूरा समाज आगे बढ़ाये तो स्थितियां बदलते देर नहीं लगेगी। सरकार की ओर से हर प्रकार की सहायता दी जायेगी।