मुंबई: शिवसेना ने सोमवार को महाराष्ट्र पुलिस द्वारा पिछले सप्ताह पांच वाम कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने पर सवाल उठाया। पुलिस ने दावा किया था कि इन कार्यकताओं ने केंद्र व राज्य सरकारों को उखाड़ फेंकने और पूर्व राजीव गांधी की हत्या की शैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने की साजिश रची थी। शिवसेना ने कहा कि गिरफ्तारी के पीछे पुलिस का तर्क हास्यास्पद है। इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पूर्ववर्ती सरकार को जनता द्वारा वोटों से सत्ता से बेदखल किया था न कि वामपंथियों द्वारा। इसने कहा कि अभी तक कम से कम लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के माध्यम से सरकार को बदलना अभी भी संभव है।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी निडर और साहसी नेता
शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' और 'दोपहर का सामना' में कहा कि पुणे पुलिस को इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए और सरकार को भी उन्हें इस तरह की मूर्खतापूर्ण बयान देने से रोकना चाहिए। शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजीव गांधी की शैली में निशाना बनाए जाने के पुलिस के बयान पर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी निडर और साहसी नेता थे। यह उनका साहस था, जिसके चलते उन्होंने जान गंवाई लेकिन मोदी इस तरह का साहस कभी नहीं दिखाएंगे।
शिवसेना ने कहा कि मोदी को पहले से ही दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा प्राप्त
शिवसेना ने कहा कि मोदी को पहले से ही दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा प्राप्त है और यहां तक कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता और उनकी सुरक्षा में सेंध नहीं लगा सकता। पुलिस के तर्क को खारिज करते हुए महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल शिवसेना ने कहा कि अगर मुट्ठीभर वामपंथियों में इतनी राजनीतिक ताकत होती तो वे पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मणिपुर आदि में अपनी कम्युनिस्ट सरकार नहीं गंवाते। पुणे पुलिस ने विभिन्न शहरों से सुधा भारद्वाज, गौतम नवलाखा, अरुण फरेरा और वेरनॉन गोंजाल्विस को गिरफ्तार किया है। शिवसेना ने कहा कि इन गिरफ्तारियों में कहीं कुछ गड़बड़ है। भाजपा नए चुटकलों में उपहास का पात्र बने, इससे पहले सच्चाई जरूर सामने आनी चाहिए।