नई दिल्ली: गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री भरत सिंह सोलंकी ने 101 दिन चली लंबी जंग के बाद कोरोना वायरस संक्रमण को हरा दिया। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। वह कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हो गए हैं। भरत सिंह सोलंकी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इतने लंबे वक्त तक अस्पताल में भर्ती रहने वाले पहले नेता हैं। लेकिन, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अब कोरोना वायरस को हराकर पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं।
कोरोना के खिलाफ 101 दिन तक चली उनकी जंग आसान नहीं थी। वह लंबे वक्त कर वेंटिलेटर पर रहे। जब वह वेंटिलेटर पर थे तब उनकी हालत बहुत नाजुक थी। 101 दिन चले इलाज में वह 51 दिन वेंटिलेटर पर रहे यानि अपने इलाज के कुल समय के दौरान आधे समय उन्हें वेंटिलेटर पर ही रखना पड़ा। लेकिन, उन्होंने अब कोरोना वायरस संक्रमण को हरा दिया है। वह अब स्वस्थ हो गए हैं। बीते मंगलवार को कई कांग्रेस नेताओं ने उनसे मुलाकात भी की।
गुजरात कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष उनसे मिलने पहुंचे थे। उन्होंने ट्वीट कर इसके जानकारी दी थी। गुजरात कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष अमित चावड़ा ने ट्वीट में लिखा, "गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री भरत सिंब सोलंकी कोरोना से संक्रमित हुए थे, 100 दिनों के लंबे संघर्ष के बाद कोरोना को हराकर स्वस्थ हुए हैं, राजीव सत्व के साथ हॉस्पिटल में उनका हालचाल पूछा, जनकल्याण के कार्यो में फिर से कार्यरत हो जाएं, ऐसी ईश्वर से प्रार्थना।"
बता दें कि भरत सिंह सोलंकी हाल में कांग्रेस ने राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया था। लेकिन, वह चुनाव हार गए थे। चुनाव हारने के बाद ही उनके कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आई थी। तभी से वह कोरोना वायरस संक्रमण से जंग लड़ रहे थे और अब 101 दिन लंबी चली इस जंग को भरत सिंह सोलंकी ने जीत लिया है।
भरत सिंह सोलंकी, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी के बेटे हैं। वह कांग्रेस में बड़े-बड़े पड़ों पर रहे हैं। वह केंद्र की पूर्व यूपीए सरकार में ऊर्जा राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा 2004 से 2006 के बीच वह ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी में सचिव रहे थे। वह 2004 और 2009 में गुजरात की आणंद लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं।