भोपाल: सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पटलने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा एससी/एसटी कानून में संशोधन के खिलाफ कतिपय सवर्ण संगठनों द्वारा गुरुवार 6 सितम्बर को आहूत ‘भारत बंद’ के मद्देनजर मध्य प्रदेश के सभी पेट्रोल पम्प मालिकों ने अपने प्रतिष्ठान बंद करने फैसला किया है। इस बीच, भिण्ड जिला प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर गुरुवार को जिले में स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है।
मध्य प्रदेश पट्रोल पम्प ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया, ‘‘कुछ संगठनों के बंद के आह्वान को देखते हुए हमनें सुरक्षा कारणों से पूरे प्रदेश में सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक पेट्रोल पम्प बंद रखने का निर्णय लिया है।’’ वहीं दूसरी ओर पुलिस ने बंद के आह्वान के चलते प्रदेश के सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं।
मध्य प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक (इंटेलीजेंस) मकरंद देउस्कर ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया, ‘‘छह सितम्बर को बंद के आह्वान को देखते हुए अधिकांश जिलों में प्रशासन द्वारा एहतियाती तौर पर धारा 144 से लगा दी गई है।’’ उन्होंने बताया कि विशेष सशस्त्र बल (SAF) की 34 कंपनियां प्रदेश के विभिन्न जिलों में तैनात की गई हैं।
जबलपुर की जिला कलेक्टर छवि भारद्वाज ने बंद के आह्वान को देखते हुए गुरूवार शाम छह बजे तक जिले में इंटरनेट सेवा प्रतिबंधित करने का आग्रह करते हुए प्रदेश के गृह विभाग को पत्र लिखा है। इस बीच भिण्ड के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने जिले में सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है।
एसटी, एससी कानून में संशोधन के विरोध में बुधवार को भी विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने टीकमगढ़ में आज पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के सांसद प्रहलाद पटेल को काले झंडे दिखाए। पटेल वहां पार्टी के पिछड़ा वर्ग के कार्यकर्ताओं की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। वहीं ग्वालियर में पार्टी के ओबीसी प्रकोष्ठ की बैठक स्थल के बाहर प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की।
मध्य प्रदेश के इन जिलों में धारा 144 लागू-
ग्वालियर, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया, गुना, रीवा और छतरपुर समेत कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है।