भागलपुर: बिहार के भागलपुर जिले में एक धार्मिक जुलूस के दौरान गाना बजाने के मुद्दे पर दो समुदायों के लोगों के बीच शनिवार को हुई झड़प में दो पुलिसकर्मी सहित तीन लोग जख्मी हो गए। भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मनोज कुमार ने बताया कि यह घटना नाथनगर पुलिस थाना इलाके में हुई। इस इलाके में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत चौबे की अगुवाई में भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का एक जुलूस निकला था। उन्होंने कहा कि नए विक्रम संवत वर्ष की पूर्वसंध्या पर निकाले गए इस जुलूस की शुरुआत बुधनाथ मंदिर से हुई और पूरे शहर से होते हुए यह नाथनगर पहुंचा। इस पूरे विवाद पर तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट किया है। तेजस्वी ने ट्वीट करके लिखा है कि हार से घबराये व बौखलाहट में कल शाम भागलपुर में दंगा करवाया गया। अररिया, दरभंगा के बाद अब भागलपुर।
नीतीश कुमार इतने असहाय,बेबस और लाचार क्यों है? गृह विभाग नीतीश कुमार के पास है वो माहौल बिगाड़ने वाले ऐसे तत्वों और शक्तियों को प्रायोजित और प्रोत्साहित क्यों कर रहे है? उनके इस ट्वीट के बाद इस पूरी घटना पर राजनीति तेज होने की पूरी संभावना है। इससे पहले घटना की जानकारी देते हुए एसएसपी ने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों ने गाने बजाने पर आपत्ति जताई जिसकी वजह से तनाव पैदा हो गया। लेकिन पुलिस के दखल के बाद जुलूस आगे बढ़ा। बहरहाल, एसएसपी ने बताया कि इसके तुरंत बाद दो अलग-अलग समुदायों के स्थानीय लोगों के बीच झगड़ा हो गया, गोलियां चली, पथराव हुए और दुकानों एवं वाहनों को आग केहवाले कर दिया गया। कुमार ने कहा कि मौके पर पहुंची पुलिस टीम का हिस्सा रहे दो पुलिसकर्मियों की बांह पर गोलियां लगी लेकिन उन्हें खतरे से बाहर बताया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एक स्थानीय निवासी को ईंट से चोट लगने से उसका पांव जख्मी हो गया जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। हालात तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। एसएसपी ने कहा कि मामले की जांच जारी है और उपद्रवियों की पहचान कर गिरफ्तारियां की जाएंगी।